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हरियाणा मे अब अगूंठा टेक नहीं गलतियों पर उंगली उठाने वाला होगा सरपंच:कम्बोज
राज्यमंत्री कर्ण देव कम्बोज ने किया हिसार मंडल की कार्यशाला का उदघाटन, राज्य सरकार की तरफ से कलाकारों को मिलेंगी तमाम सुविधाए, 5 जिलों के करीब 80 कलाकारों ने की 4 दिवसीय कार्यशाला में शिरकत
कुरुक्षेत्र 8 फरवरी - हरियाणा सरकार के खाद्य एवं आपूर्ति राज्य मंत्री कर्ण देव कम्बोज ने कहा कि हरियाणा प्रदेश की तर्ज पर पंचायती राज संस्थाओं की शैक्षणिक योग्यता को अनिवार्य करने की पहल पूरे भारत वर्ष में लागू की जा सकती हैं। राज्य सरकार के ऐतिहासिक निर्णय से अब हरियाणा में अंगूठा टेक नहीं बल्कि विकास कार्यों व अन्य मामलों में खामियों पर उंगली उठाने वाला सरपंच बना हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के इस निर्णय से गांव में एक ऐतिहासिक परिवर्तन आने वाला है और सरकार के बजट का एक-एक पैसा पारदर्शी तरीके से सही कार्यो पर खर्च किया जाएगा। इन विकास कार्यो व सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य केवल मात्र लोक कलाकार ही कर सकते हैं इसलिए राज्य सरकार इन लोक कलाकारों को तमाम सुविधाएं मुहैया करवाने का काम करेगी।
राज्य मंत्री कर्ण देव कम्बोज सोमवार को देर सायं मल्टी आर्ट कल्चरल सेंटर में सूचना, जन सम्पर्क एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग की तरफ से आयोजित हिसार मंडल के भजन पार्टी सदस्यों व बीपीडब्लयू कार्यकर्ताओं की 4 दिवसीय कार्यशाला के उदघाटन सत्र में बोल रहे थे। इससे पहले राज्य मंत्री कर्ण देव कम्बोज, थानेसर विधायक सुभाष सुधा, डीआईपीआरओ सुनील कुमार, कार्यशाला के संयोजक एआईपीआरओ डा. नरेन्द्र सिंह, जिप सदस्य गुरदयाल सन्हेड़ी व बाबु राम टाया ने दीप प्रज्जवलित कर व रिब्बन काटकर इस कार्यशाला का शुभारम्भ किया। इस दौरान हिसार से लोक कलाकार सुन्दर सिंह व मदन लाल ने बेहतरीन लोक गीत प्रस्तुत कर न केवल मुख्यातिथि का स्वागत किया बल्कि राज्य सरकार की योजनाओं को गीतों में पिरोकर शानदार प्रस्तुती दी।
राज्य मंत्री कर्ण देव कम्बोज ने कहा कि लोक कलाकार समाज का आईना है, इन लोक कलाकारों के मुख से निकला एक-एक शब्द पत्थर पर लकीर होता हैं। इसलिए इन लोक कलाकारों को राज्य सरकार के प्रचार का सबसे सशक्त माध्यम माना गया हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पंचायती राज संस्थाओं में शैक्षणिक योग्यता को अनिवार्य कर और साफ-स्वच्छ छवि के सदस्यों को बनाने का निर्णय लिया। राज्य सरकार के इस फैसले पर सर्वोच्च न्यायालय ने न केवल मोहर बल्कि इस निर्णय को पूरे भारत में अपनाने की सिफारिस भी की। इस निर्णय से 56 प्रतिशत सरपंच सर्वसम्मती से बने और आरक्षित वर्ग में निर्धारित कोटे से 12 प्रतिशत अधिक लोग सदस्य बने। इतना ही नहीं महिलाओं का कोटा भी 33 प्रतिशत से बढक़र 44 प्रतिशत पर पहुंच गया। इसके अलावा अधिकतर सरपंच व पंच 34 वर्ष की आयुवर्ग और पढ़-लिखे बने हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सबका साथ-सबका विकास, ई-टेंडर प्रक्रिया लागु कर भ्रष्टाचार को खत्म कर समान रुप से हरियाणा प्रदेश का विकास करने का फैसला लिया हैं।
थानेसर विधायक सुभाष सुधा ने प्रदेश भर से आए कलाकारों का स्वागत करते हुए कहा कि कलाकार अपनी भावनाओं और हरियाणा की विकासकारी योजनाओं को गीतों के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाने का सबसे अहम जरिया हैं। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र का सौभाग्य हैं कि इस पावन धरा पर हर वर्ष कलाकार प्रशिक्षण और ज्ञानवर्धन के लिए यहां आते हैं। ये कलाकार प्रदेश के कोने-कोने में जय श्रीकृष्णा के संदेश को पहुंचाएंगे। डीआईपीआरओ सुनील कुमार ने मेहमानों का स्वागत किया और संयोजक एआईपीआरओ डा. नरेन्द्र सिंह ने आंगुतकों का आभार व्यक्त किया। इस कार्यशाला के मंच का संचालन गीतकार मांगे राम खत्री ने किया। इस कार्यशाला में विभाग की तरफ से मुख्यातिथि राज्यमंत्री कर्ण देव कम्बोज व विधायक सुभाष सुधा को स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस मौके पर एआईपीआरओ धर्मेन्द्र सिंह, श्याम लाल जांगड़ा, लक्ष्मीकांत शर्मा, सुनील गौरी, मैक के संयोजक रीटा गौरी, धर्मपाल आदि मौजूद थे।
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अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी बनने के लिए निरंतर अभ्यास जरुरी:नरेन्द्र
एआईपीआरओ डा. नरेन्द्र सिंह ने किया जिला केसरी व कुमार अखाड़ा कुश्ती प्रतियोगिता का शुभारम्भ, उमरी के पहलवानो का रहा दबदबा,
कुरुक्षेत्र 8 फरवरी - सहायक सूचना एवं जन सम्पर्क अधिकारी डा. नरेन्द्र सिंह ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी बनने के लिए निरंतर अभ्यास की निहायत जररुत हैं। वे सोमवार को देर सायं गांव उमरी में आयोजित जिला केसरी व कुमार अखाड़ा कुश्ती प्रतियोगिता के उदघाटन समारोह में बोल रहे थे। इससे पहले एआईपीआरओ डा. नरेन्द्र सिंह, डीएसओ उषा राजपाल, सेवा निवृत डीएसओ एसएस राणा ने खिलाडिय़ों का परिचय लिया और विधिवत रुप से प्रतियोगिता का शुभारम्भ किया।
प्रतियोगिता के संयोजक प्रशिक्षक शमशेर सिंह ने बताया कि 2 दिन तक चलने वाली प्रतियोगिता के पहले दिन जिला केसरी 74 किलोग्राम से ज्यादा के वर्ग में अमीन के अमित ने गौरव , उमरी के तरसेम ने प्रवीण, अमीन के अंकुश जसविन्द्र को पटखनी दी।। इसी प्रकार जिला केसरी के 74 किलोग्राम तक के वर्ग में उतरी के विक्की ने पवन, उमरी के रिंकू ने अमित, उतरी के तेजस्वी ने मनजीत व उतरी के ही अमित छाबड़ा ने सुरेन्द्र को हराकर विजय हासिल की। 16 वर्ष तक के आयुवर्ग के 30 किलोग्राम तक के वर्ग मेे उमरी के रवि ने गुरजीत, उतरी के मेवा ने मिन्टू, लौहारा के हर्ष ने लवप्रीत, उमरी के वंश ने गुरदीप, सारसा के रविन्द्र ने मंदीप को, 32 किलोग्राम वर्ग में कुरुक्षेत्र के अभिनव ने विशाल, उमरी के साहिल ने प्रीत, 34 किलोग्राम वर्ग में उमरी के सोनू ने केशव, सारसा के संदीप ने कर्ण, 36 किलोग्राम वर्ग में उमरी के सागर ने शुभम, सारसा के अकिंत ने तरुण, 38 किलोग्राम वर्ग में उमरी के विशाल ने गीतेश, सारसा के गौरव ने चिराग, 40 किलोग्राम वर्ग में उमरी के अभिषेक ने बलराम, लौहारा के राहुल ने दीदार, 42 किलोग्राम वर्ग में सारसा के मनीष ने अमन व गोलपुरा के मंजीत ने मोहित को हराकर प्रतियोगिता जीती।
इस मौके पर सेवा निवृत डीएसओ एसएस राणा, प्रशिक्षक जितेन्द्र कुमार, यशबीर सिंह, जसविन्द्र सिंह, डीपीई जसबीर सिंह, राजेश कुमार, सुनील कुमार उमरी, अखाड़ा इंचार्ज उमरी राजपाल, शमशेर सिंह ढुल, आदि उपस्थित थे।
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