Pages

Wednesday 17 February 2016

साई की आवासीय योजना में चयनित खिलाडिय़ों को मिलेंगी तमाम सुविधाएं निशुल्क : रंधावा

फोटो समाचार
साई की आवासीय योजना में चयनित खिलाडिय़ों को मिलेंगी तमाम सुविधाएं निशुल्क  : रंधावा
साई में साईकलिंग, जूडो, हॉकी, वालीबॉल खेलों की आवासीय और गैर आवासीय के लिए ट्रायल प्रक्रिया शुरू, प्रदेश के विभिन्न जिलों से 300 खिलाडिय़ों ने कराया पंजीकरण

कुरुक्षेत्र 17 फरवरी - भारतीय खेल प्राधिकरण प्रशिक्षण केंद्र कुरुक्षेत्र के सहायक निदेशक बीएस रंधावा ने कहा कि भारतीय खेल प्राधिकरण की आवासीय योजना के तहत साईकलिंग, जूडो, हॉकी व वालीबॉल खेलों में चयनित खिलाडिय़ों को तमाम सुविधाएं निशुल्क मुहैया करवाई जाएंगी। इन निशुल्क सुविधाओं में  खिलाडिय़ों को भोजन, आवास, चिकित्सा, बीमा, खेल सामग्री, खेल किट व प्रशिक्षण आदि शामिल होगा।  इन खेलों के लिए ट्रायल प्रक्रिया के पहले दिन प्रदेश के विभिन्न जिलों के 300 खिलाडिय़ों ने अपना पंजीकरण करवाया है।

वे बुधवार को साई सेंटर कुरुक्षेत्र में ट्रायल प्रक्रिया के पहले दिन पंजीकरण का जायजा लेते हुए प्रशिक्षकों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि इस चयन प्रक्रिया में साईकलिंग के लिए 12 से 18 वर्ष तक के आयु वर्ग के आवासीय व गैर आवासीय लडक़े, जूडो के लिए 12 से 18 वर्ष के आयु, हॉकी के लिए 10 से 14 वर्ष तथा वालीबॉल के लिए 10 से 14 वर्ष तक के आयु वर्ग के खिलाडिय़ों की चयन प्रक्रिया भारतीय खेल प्राधिकरण प्रशिक्षण संस्थान कुरुक्षेत्र में की जाएगी। व्यक्तिगत व राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिताओं के पहले तीन स्थान विजेता और अपने राज्य में पहले दो स्थान विजेता को सीधा भर्ती किया जा सकता है। चयन प्रक्रिया में चुने गए खिलाडिय़ों को मुफ्त भोजन, आवास, चिकित्सा, बीमा, खेल सामग्री, खेल किट व खेल प्रशिक्षण की उच्चतम सुविधाएं सम्बंधित खेल योजनाओं के अंतर्गत प्रदान की जाएंगी। 
उन्होंने कहा कि 18 व 19 फरवरी को साईकलिंग, जूडो, हॉकी व वालीबाल की आवासीय व गैर आवासीय योजना के लिए खिलाडिय़ों के टेस्ट लिए जाएंगे। इसके लिए प्रशिक्षकों व अधिकारियों की भी डयूटी लगा दी गई है। सभी प्रशिक्षक और अधिकारी ईमानदारी के साथ अपनी डयूटी का निर्वाह करेंगे। उन्होंने यह भी हिदायत दी कि सभी खेलों में चयन प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता बरती जाए और योग्यता के आधार पर ही खिलाड़ी का चयन किया जाए। इस मौके पर वरिष्ठ प्रशिक्षक बलवंत कौर, गुरविंद्र सिंह, सतपाल सिंह, रामकुमार चोपड़ा, कुलदीप सिंह वडै़च, सुखचैन सिंह, अमित कुमार गुज्जर सहित अन्य प्रशिक्षक व अधिकारी मौजूद थे। 

बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ पर दो दिवसीय कार्यशाला आज से फैकल्टी लॉज़ में

कुरुक्षेत्र 17 फरवरी - सीएसआर की तरफ से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ पर एक कार्यशाला का आयोजन 18 व 19 फरवरी को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के फैकल्टी लॉज़ में किया जाएगा। सीएसआर (सेंटर फार सोशल रिसर्च) की तरफ से डा. मानसी मिश्रा ने जारी एक प्रैस विज्ञप्ति में कहा कि एचबीएफ के सहयोग से सीएसआर की तरफ से 18 व 19 फरवरी को सुबह 10 बजे से लेकर सायं 5 बजे तक कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के फैकल्टी लॉज़ में दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यशाला में विषय विशेषज्ञों को आमंत्रित किया जाएगा। इस कार्यशाला में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की रिपोर्ट की समीक्षा भी की जाएगी और राष्ट्रीय स्तर के कैम्पेन के बारे में चर्चा की जाएगी। 

फोटो समाचार
पीडीएस व भंडारण की तकनीकी का मूल्यांकन करने के लिए सरकार का शिष्टमंडल हुआ रवाना 

कुरुक्षेत्र 17 फरवरी - हरियाणा सरकार की तरफ से खाद्य एवं आपूर्ति राज्यमंत्री कर्णदेव कम्बोज के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल पांच दिवसीय छत्तीसगढ़ व मध्यप्र्रदेश में पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम (पीडीएस) व अनाज भंडारण की नई तकनीकी का मूल्यांकन करने के लिए रवाना हुआ है। 
राज्यमंत्री कर्णदेव कम्बोज के साथ घरौंडा के विधायक एवं हैफेड के चेयरमैन हरविंद्र सिंह कल्याण, नीलोखेड़ी के विधायक भगवान दास कबीरपंथी, थानेसर विधायक सुभाष सुधा, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के एसीएस एसएस प्रसाद, मुख्यमंत्री के ओएसडी विजय शर्मा, राज्यमंत्री के सचिव सौरभ शर्मा, पीआरओ कृष्ण कुमार, डिप्टी डायरेक्टर कम नोडल आफिसर फूड सप्लाई एनके मित्तल, आईटी कंसलटैंट सुभाष शर्मा, एनआईसी हरियाणा से सुमित गर्ग शामिल हैं। 
मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ रवाना होने से पहले थानेसर विधायक सुभाष सुधा ने बताया कि सरकार का शिष्टमंडल 20 फरवरी तक छत्तीसगढ़ व मध्यप्रदेश में पीडीएस व भंडारण प्रणाली का जायजा लेगा। इस योजना के आधार पर हरियाणा में साईलोज गोदामों की स्थापना बड़े पैमानों पर की जाएगी ताकि किसानों की फसल का एक-एक दाना साईलोज में सुरक्षित रखा जा सके। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अनाज के भंडारण के लिए अधिकतर गोदामों व खुले फड़ों का इस्तेमाल किया जाता है ताकि खुले भंडारण  में तिरपाल से अनाज की बोरियों को ढका जाता है, जबकि प्रदेश में इक्का-दुक्का जगहों पर ही साइलो बनाए गए हैं, जबकि मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ में अनाज साइलोज में ही भंडारण किया जाता है। वास्तव में साईलो गोदामों में बोरियों की बजाय खुला अनाज रखा जाता है। इसके लिए बड़े-बड़े एल्यूमिनियम व लोहे की चादरों से गोल आकार का साईलो बनाया जाता है। हर वर्ष समय सीमा 31 मार्च तक चावल की गोदामों में डिलीवरी न होने पर सैलर मालिकों से जुर्माने के तौर पर होर्डिंग चार्जेज़ लिए जाते हैं। भले ही सैलर मालिकों को सरकारी एजेंसियों द्वारा गोदाम उपलब्ध करवाए गए हों या नहीं। ऐसे में वर्ष 2012-13 में प्रदेश के सैलर मालिकों से करोड़ों रुपए होर्डिंग चार्जेज़ वसूल किए, जबकि उनका कोई कसूर नहीं था। 

एचटैट की परीक्षा को लेकर धारा-144 लागू

कुरुक्षेत्र 17 फरवरी - जिलाधीश एवं अतिरिक्त उपायुक्त प्रभजोत सिंह ने हरियाणा स्टेट इलिजिबिल्टी टेस्ट (एचटैट) 20 फरवरी 2016 को होने वाली परीक्षा को सुचारू रूप से सम्पन्न करवाने के लिए जिला कुरुक्षेत्र के सभी परीक्षा केंद्रों की 200 मीटर की परिधि में धारा-144 लगाने के आदेश जारी किए गए हैं। जिलाधीश ने जारी आदेशों में कहा है कि 20 फरवरी को दोपहर 1.30 बजे से लेकर सायं 5 बजे तक एचटैट की परीक्षा को लेकर धारा-144 लागू की गई है। कोई भी व्यक्ति परीक्षा केंद्रों के 200 मीटर के दायरे में मोबाइल फोन, हथियार, वाई-फाई डिवाईस नहीं ले जा पाएगा। इतना ही नहीं, परीक्षा केंद्रों के आस-पास 20 फरवरी को दुकानदार अपनी फोटोस्टेट की मशीन भी बंद रखेंगे। जो भी व्यक्ति इन आदेशों की अवहेलना करेगा, उसके खिलाफ आईपीसी की धारा-188 के तहत कार्रवाई की जाएगी। 

डा. बीआर अम्बेडकर आवास योजना व मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना होगी 19 फरवरी से ऑनलाईन 

कुरुक्षेत्र 17 फरवरी - हरियाणा सरकार की डा. बीआर अम्बेडकर आवास योजना व मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना को ऑनलाईन किया जाएगा। इन स्कीमों में लाभ लेने के लिए आवेदकों को ऑनलाईन फार्म जमा करवाने होंगे। 
जिला कल्याण अधिकारी शीशपाल माहला ने जानकारी देते हुए बताया कि अनुसूचित जाति व पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा चलाई जाने वाली मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना के अंतर्गत गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले अनुसूचित जाति के परिवारों तथा अनुसूचित जाति व सभी वर्गों की विधवाओं को उनकी लडक़ी की शादी के लिए दी जाने वाली राशि 31 हजार से बढ़ाकर 41 हजार रुपए तथा गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले सभी वर्गों के परिवारों को 11 हजार रुपए की राशि दी जा रही है। इस योजना के तहत सामान्य वर्ग के ऐसे लोग, जिनके पास 2.5 एकड़ से कम कृषि भूमि तथा जिनकी आय एक लाख रुपए से कम हो, उन्हें लडक़ी की शादी के लिए अनुदान के रूप में 10 हजार रुपए दिए जाते हैं। इस राशि को प्राप्त करने के लिए आवेदकों को प्रार्थना पत्र जमा करवाना होता था, परंतु सरकार के निर्णय के अनुसार अब आवेदक को ऑनलाईन फार्म जमा करवाने होंगे। 
उन्होंने बताया कि डा. बीआर अम्बेडकर आवास योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले अनुसूचित जाति, विमुक्त जाति के व्यक्तियों को आवास निर्माण के लिए 50 हजार रुपए तथा मकान की मुरम्मत के लिए 10 हजार रुपए हरियाणा सरकार द्वारा अनुदान के रूप में दिए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि डा. अम्बेडकर मेधावी छात्र योजना के तहत अनुसूचित जाति के छात्रों में प्रतिस्पर्धा व उत्कृष्ठता की भावनाओं को प्रोत्साहित करने के लिए मैट्रिकोत्तर स्तर पर कक्षावार 4 हजार रुपए से 12 हजार रुपए तक हरियाणा सरकार द्वारा वार्षिक छात्रवृति दी जा रही है। इस योजना के तहत पिछड़े वर्ग के 10वीं कक्षा के छात्र के लिए भी प्रतिशतता के आधार पर छात्रवृति दी जाती है। 
हरियाणा सरकार द्वारा पिछड़ा वर्ग के छात्रों के लिए पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति प्रतिमास 160 रुपए से 750 रुपए तक दी जा रही है। इसके अतिरिक्त अन्य पिछड़े वर्ग के गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों की लड़कियों, महिलाओं, विधवाओं के बच्चों तथा असहाय व बेसहारा छात्रों को सभी नॉन रिफंडेबल फीसों की प्रतिपूर्ति भी हरियाणा सरकार द्वारा की जा रही है। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा अनुसूचित जाति छात्रा उच्च शिक्षा प्रोत्साहन योजना लागू की गई है। इस योजना के तहत अनुसूचित जाति की छात्राओं को उच्च शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करने अथवा आर्थिक स्थिति के कारण आ रही कठिनाई को दूर करने के लिए 12वीं स्नातकोत्तर तक छात्रवृति देने का प्रावधान किया गया है। उन्हें इस योजना के तहत 5 हजार रुपए से 14 हजार रुपए तक की आर्थिक सहायता दी जाती है। हरियाणा सरकार द्वारा कानूनी सहायता योजना के तहत अनुसूचित जाति के व्यक्तियों के लिए अदालती मुकद्दमों की पैरवी को सुगम बनाने के लिए कानूनी सहायता उपलब्ध करवाने का प्रावधान है।

एचटैट लेवल-3 की परीक्षा के आयोजन में गलती का कोई खाना नहीं : प्रभजोत

फोटो समाचार
एचटैट लेवल-3 की परीक्षा के आयोजन में गलती का कोई खाना नहीं : प्रभजोत
23 परीक्षा केंद्रों पर पुलिस का रहेगा सख्त पहरा, विद्यार्थी को केवल पैन, एडमिट कार्ड और आई कार्ड ही ले जाने की होगी अनुमति, 19 आफलाईन व 4 ऑनलाईन परीक्षा केंद्रों में देंगे 6802 विद्यार्थी परीक्षा, विद्यार्थियों की सहायता के लिए बनेंगे हैल्प डेस्क, प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर नियुक्त होंगे 10 पुलिसकर्मी, एचटैट की 20 फरवरी को होने वाली परीक्षा को लेकर एडीसी ने ली अधिकारियों की बैठक

कुरुक्षेत्र 16 फरवरी - अतिरिक्त उपायुक्त प्रभजोत सिंह ने कहा कि हरियाणा शिक्षा बोर्ड भिवानी की तरफ से 20 फरवरी को होने वाली एचटैट लेवल-3 की परीक्षा के लिए कुरुक्षेत्र, पिहोवा व शाहाबाद में कुल 23 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इनमें 19 आफलाईन व चार आनलाईन सेंटर होंगे। इन सेंटरों में क्रमश: 5788 व 1014 विद्यार्थी परीक्षा देने के लिए पहुंचेंगे।  20 फरवरी को दोपहर 2 बजे से साढे 4 बजे तक होने वाली परीक्षा के आयोजन में किसी प्रकार की गलती का कोई खाना नहीं होगा। इस परीक्षा के आयोजन से पहले और परीक्षा के दौरान गड़बड़ी करने वाले व्यक्ति का ईलाज तुरंत कर दिया जाएगा। 
वे मंगलवार को देर सायं लघु सचिवालय के सभागार में एचटैट लेवल-3 की परीक्षा की तैयारियों को लेकर अधिकारियों, सेंटर सुपरीटेंडेंट व अन्य सम्बंधित कर्मचारियों, शिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधियों की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सभी परीक्षा केंद्रों में समय रहते बिजली, पानी, लाईट व प्रत्येक कमरे में वॉल क्लाक, महिला विद्यार्थी की तलाशी के लिए इंतजाम आदि व्यवस्थाओं को पूरा करने की जिम्मेवारी सम्बंधित स्कूल के प्रिंसीपल व सेंटर सुपरीटेंडेंट की रहेगी। सभी परीक्षा केंद्रों में जैमर, पार्किंग की व्यवस्था भी समय रहते पूरी की जानी है। बिजली विभाग के एक्सीएइन सुनिश्चित करेंगे कि परीक्षा के दौरान बिजली का कट नहीं लगाया जाएगा। सभी अधिकारी अपने-अपने स्तर पर तैयारियां पूरी करना सुनिश्चित करेंगे। इस मामले में जरा सी भी लापरवाही सहन नहीं की जाएगी। 
पुलिस अधीक्षक सिमरदीप सिंह ने कहा कि पुलिस प्रशासन की तरफ से प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर एक महिला पुलिस कर्मी सहित 10 पुलिस कर्मी तैनात किए जाएंगे।  20 फरवरी को एचटैट की परीक्षा के दौरान स्कूल के प्रिंसीपल कैम्पस को खुला रखने और मुख्य द्वार को बंद करना सुनिश्चित करेंगे। परीक्षा के दौरान केवल मुख्य द्वार से परीक्षार्थियों व डयूटी देने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों को ही पहचान पत्र के साथ अंदर जाने की इजाजत दी जाएगी। विद्यार्थियों को केवल पैन, एडमिट कार्ड और आई कार्ड ही ले जाने की अनुमति होगी। इसके अलावा विद्यार्थी को मोबाइल फोन, पर्स व कोई भी कागज ले जाने की अनुमति नहीं होगी। इन विद्यार्थियों की परीक्षा केंद्र में प्रवेश के बाद बोर्ड व स्कूल प्रशासन द्वारा नियुक्त दो कर्मचारियों द्वारा तलाशी ली जाएगी। अगर परीक्षा केंद्र में किसी विद्यार्थी के पास पेपर देते समय किसी प्रकार की कोई वांछित सामग्री पाई गई तो तलाशी लेेने वाले कर्मचारी की जिम्मेवारी तय की जाएगी। 
उन्होंने कहा कि परीक्षा केंद्र अधीक्षक, सम्बंधित थानों के एसएचओ के साथ तालमेल बनाकर रखेंगे। किसी भी प्रकार की घटना को शांतिपूर्ण ढंग से निपटाने का प्रयास करेंगे और इसकी सूचना तुरंत पुलिस और प्रशासन को देंगे। किसी भी प्रकार की अफवाह को फैलाने से बचना होगा। पुलिस प्रशासन की तरफ से तीन पीसीआर, आठ राईडर व एसएचओ की पैट्रोलिंग पार्टी के अलावा ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए ट्रैफिक इंस्पेक्टर की डयूटी अलग से लगाई गई है। उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति किसी मामले में संलिप्त पाया गया, तो उसके खिलाफ सीधा केस रजिस्टर किया जाएगा। जिला शिक्षा अधिकारी सुमन आर्य ने 20 फरवरी को दोपहर के सत्र 2 बजे से साढे 4 बजे तक होने वाली परीक्षा के लिए विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि एचटैट लेवल-3 की परीक्षा के लिए 19 आफलाईन व 4 आनलाईन सेंटर बनाए गए हैं। आफलाईन परीक्षा केंद्रों में 5788, आनलाईन परीक्षा केंद्रों में 1014 परीक्षार्थी बैठेंगे। सभी स्कूल 19 फरवरी को अपने-अपने परीक्षा केंद्रों को खोलना सुनिश्चित करेंगे। प्रशासन द्वारा चार आफलाईन सेंटर शाहाबाद में बनाए गए हैं। एक सेंटर पिहोवा क्षेत्र के केआईटीएम संस्थान में बनाया गया है। 
उन्होंने कहा कि परीक्षा केंद्र अधीक्षक कमरों में लाईट और वॉल क्लाक लगाने की व्यवस्था करेंगे। एक कमरे में 24 परीक्षार्थियों के बैठने की व्यवस्था की जाएगी। इन कमरों में केवल स्कूल के स्टाफ की ही डयूटी लगाई जाएगी। स्टाफ की कमी होने की सूरत में प्रशासन को सूचना देनी होगी। डीईओ की फ्लाईंग स्क्वैड परीक्षा शुरू होने से 90 मिनट पहले परीक्षा केंद्र में जाकर जैमर, बायोमैट्रिक मशीन और वीडियोग्राफी के बारे में आंकलन करेंगी। कोई भी केंद्र अधीक्षक अपने स्तर पर स्टाफ की नियुक्ति नहीं करेगा। स्कूल के प्रिंसीपल द्वारा एक महिला कर्मी सहित दो लोगों की डयूटी तलाशी के लिए लगानी होगी। प्रश्न पत्रों की सील को नहीं तोडऩा, केवल धागे को खोलकर ही पैकेट को खोलना होगा। पेपर शुरू होने के 20 मिनट पहले वीडियोग्राफी के साथ इस कार्रवाई को अंजाम देना होगा। उन्होंने कहा कि कमरे के अंदर ब्लैकबोर्ड पर कोर्ड सहित सीटिंग प्लान चसपाना होगा।  90 मिनट पहले जैमर शुरू किए जाने चाहिए। वीडियोग्राफी, बायोमैट्रिक मशीन को भी समय रहते चैक करना होगा ताकि मौके पर किसी प्रकार की कोई परेशानी न आए। इस मौके पर एसडीएम शाहाबाद हवा सिंह, नगराधीश डा. पूजा भारती, डीएसपी नुपुर बिश्नोई सहित सभी विभागों के अधिकारी व शिक्षण संस्थानों के प्रिंसीपल आदि मौजूद थे। 

बॉक्स
परीक्षार्थी को 1.50 बजे तक ही मिलेगा प्रवेश

जिला शिक्षा अधिकारी सुमन आर्य ने कहा कि 20 फरवरी को एचटैट लेवल-3 की परीक्षा दोपहर दो बजे शुरू कर दी जाएगी। परीक्षार्थी को दोपहर 1.50 बजे तक ही प्रवेश करने की इजाजत दी जाएगी। इस समयावधि के बाद किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इतना ही नहीं, पेपर शुरू होने के बाद और खत्म होने से पहले किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा केंद्र छोडऩे की अनुमति नहीं दी जाएगी।

बॉक्स
प्रिंसीपल कर सकेंगे परीक्षार्थी की फोटो को अटैेस्ट

एचटैट की परीक्षा के लिए परीक्षार्थियों को अटेस्टेड फोटो अपने साथ लानी होगी। अगर किसी सूरत में परीक्षार्थी अटेस्टेड फोटो नहीं लेकर आता तो उस स्कूल के प्रिंसीपल को फोटो अटेस्ट करने की अनुमति होगी। 

बॉक्स
नेत्रहीन परीक्षार्थी को मिलेंगे अतिरिक्त 50 मिनट

एचटैट की परीक्षा के लिए नेत्रहीन परीक्षार्थी को 50 मिनट अतिरिक्त दिए जाएंगे और परीक्षा केंद्र अधीक्षक को विकलांग परीक्षार्थी के लिए नीचे तल पर ही बैठने की व्यवस्था करवानी होगी। 

जिला परिषद व ब्लाक समिति के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के चुनाव प्रक्रिया की पहली मीटिंग 24 फरवरी को 

कुरुक्षेत्र 16 फरवरी - अतिरिक्त उपायुक्त प्रभजोत सिंह ने कहा कि हरियाणा पंचायती राज चुनाव के नियमानुसार कुरुक्षेत्र में जिला परिषद व ब्लाक समिति के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव प्रक्रिया की पहली मीटिंग 24 फरवरी 2016 को तय की गई है। उन्होंने मंगलवार को जारी आदेशों में कहा कि हरियाणा पंचायती राज एक्ट-1994 की धारा-4 के तहत 12 फरवरी को मतगणना के बाद  जिला परिषद के सदस्यों को निर्वाचित घोषित कर दिया गया था। अब नियमानुसार जिला परिषद के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है। राज्य सरकार के आदेशों के अनुसार इन पदों के लिए 24 फरवरी को चुनाव प्रक्रिया की पहली मीटिंग आयोजित की जाएगी। उन्होंने आदेशों में कहा है कि जिला परिषद कुरुक्षेत्र के डिप्टी चीफ एग्ज़ीक्यूटिव आफिसर को एसडीएम थानेसर के साथ जिला परिषद की पहली मीटिंग में सहयोग करने के लिए नियुक्त किया है। इसके अलावा जिला विकास एवं पचंायत अधिकारी कपिल शर्मा ने भी जारी आदेशों में कहा है कि पंचायती राज चुनाव नियमों के अनुसार ब्लाक समिति के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष की चुनाव प्रक्रिया को लेकर पहली मीटिंग 24 फरवरी 2016 को तय की गई है। ब्लाक समिति की पहली मीटिंग के आयोजन के लिए थानेसर पंचायत समिति के लिए बीडीपीओ थानेसर, लाडवा पंचायत समिति के लिए डीआरओ कुरुक्षेत्र, बाबैन पंचायत समिति के लिए बीडीपीओ बाबैन, शाहाबाद पंचायत समिति के लिए बीडीपीओ शाहाबाद, इस्माईलाबाद पंचायत समिति के लिए बीडीपीओ इस्माईलाबाद व पिहोवा पंचायत समिति के लिए एसडीएम पिहोवा को अधीकृत किया गया है।

Tuesday 16 February 2016

राज्य सरकार का लक्ष्य स्वस्थ हरियाणा अपना : सैनी

फोटो समाचार
राज्य सरकार का लक्ष्य स्वस्थ हरियाणा अपना : सैनी
विधायक डा. पवन सैनी ने स्वास्थ्य विभाग के विशाल निशुुल्क नेत्र जांच शिविर का किया शुभारंभ, 230 से ज्यादा लोगों की आंखों की स्क्रीनिंग, 20 लोगों का किया आप्रेशन, स्वास्थ्य विभाग देगा निशुल्क लैंस, चश्मा व आप्रेशन की सुविधा

कुरुक्षेत्र 15 फरवरी - लाडवा के विधायक डा. पवन सैनी ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य है कि हरियाणा के लोगों को पूरी तरह स्वस्थ बनाना है। सरकार ने जहां लोगों को रोटी, कपड़ा और मकान मुहैया करवाने का संकल्प लिया है, वहीं पढ़ाई व दवाई का भी सरकार की प्राथमिकता है। सरकार को लोगों के स्वास्थ्य की चिंता है। इसलिए हरियाणा प्रदेश के प्रत्येक जिले में निशुल्क मेगा स्वास्थ्य शिविरों के आयोजन की शुरूआत की है।

        विधायक डा. पवन सैनी सोमवार को एलएनजेपी अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से लगाए गए विशाल निशुल्क नेत्र जांच शिविर के उदघाटन समारोह में बोल रहे थे। इससे पहले विधायक डा. पवन सैनी ने रिबन काटकर विधिवत रूप से विशाल नेत्र जांच शिविर का उदघाटन किया। इस शिविर में 230 लोगों की स्क्रीनिंग की गई, 70 लोगों को आप्रेशन के लिए चिन्हित किया गया और 20 लोगों का आप्रेशन किया गया। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि राज्य सरकार ने जिलास्तर पर स्वास्थ्य शिविर लगाने का जो संकल्प किया, उस संकल्प को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के स्थानीय अधिकारियों ने विशाल निशुल्क नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया है। उन्होंने कहा कि पहला सुख निरोगी काया को कहा गया है। सरकार को लोगों के स्वास्थ्य की चिंता है। सरकार के आदेशानुसार स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी प्रत्येक परिवार को स्वस्थ बनाने का एक मिशन निर्धारित कर चुके हैं। जब परिवार स्वस्थ होगा तो गांव स्वस्थ होगा। गांव के साथ जिला स्वस्थ्य होगा और जिले के साथ हरियाणा प्रदेश स्वस्थ होगा। 
उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश में पहली बार किसी सरकार ने आदेश दिए हैं कि आंखों से सम्बंधित आप्रेशन शिविर केवल सरकारी अस्पताल में ही लगाए जाएंगे। सरकार के इस निर्णय से आमजन को फायदा होगा और लोगों की आंखों की रोशनी बरकरार रहेगी। सिविल सर्जन डा. एसके नैन ने कहा कि स्थानीय अस्पताल में विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से मेगा आईज़ कैम्प का आयोजन किया गया है। इस शिविर में 230 से ज्यादा लोगों की आंखों की स्क्रीनिंग की गई है। इनमें से 20 लोगों की आंखों का आप्रेशन किया गया। सामान्य अस्पताल में आंखों के पांच सर्जन हैं, जो नियमित रूप से आंखों का चैकअप करेंगे और जिला कुरुक्षेत्र के लोगों की आंखों को पूर्णतय स्वस्थ बनाने के लक्ष्य को पूरा करेंगे। इस शिविर में लैंस, दवाईयां, चश्मा, खून जांच व ब्लड प्रैशर आदि टेस्ट निशुल्क किए जाएंगे। डिप्टी सिविल सर्जन डा. मधु शर्मा का कहना है कि जिला कुरुक्षेत्र में 50 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों की एक सूची बनाई जाएगी। इस सूची के अनुसार लोगों की आंखों का चैकअप किया जाएगा। इस चैकअप के बाद ईलाज प्रक्रिया शुरू की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से महीने में दो स्वास्थ्य जांच शिविर भी लगाए जाएंगे। इस शिविर में नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. मुकेश ने मेहमानों का स्वागत कर शिविर की विस्तृत जानकारी दी और डा. योगेंद्र ने मेहमानों का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर डा. एनपी सिंह, डा. ललित कल्सन, डा. आर राणा, डा. शैलेंद्र शैली, डा. गुंजन, डा. सुनीता शर्मा, डा. नीलम अरोड़ा, डा. सुरेंद्र सहाय, डा. मंजीत सिंह, भाजपा नेता रामधारी शर्मा सहित अन्य चिकित्सक व अधिकारी मौजूद थे।

फोटो समाचार
देश-विदेश के संगीत के 300 विद्वानों को जोड़ा व्टसअैप ग्रुप में
पांच देशों के लोग जुड़े संगीत विभाग के सुरों के साथ, 40 सालों के बाद सुरों को किया सांझा संगीत विभाग के पूर्व छात्र मिलन समारोह में

कुरुक्षेत्र 15 फरवरी - देश-विदेश के 300 से ज्यादा संगीत क्षेत्र के विद्वानों को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के संगीत विभाग ने व्टसअैप ग्रुप के साथ जोड़ा है। अब पलक झपकते ही संगीत विभाग से उठने वाली स्वर लहरियों की आवाज विदेशों तक पहुंच सकेगी। इस ग्रुप में पांच देशों के संगीत विशेषज्ञों को शामिल किया है। अहम पहलू यह है कि सभी संगीत विशेषज्ञ कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के पुरातन छात्र रहे हैं और 40 सालों के बाद पहली बार इन विद्वानों ने गले मिलकर अपने सुरों को एक-दूसरे के साथ सांझा किया है। 
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति हरदीप कुमार के दिशा-निर्देशानुसार विश्वविद्यालय के प्रत्येक विभाग में पुरातन छात्रों को विश्वविद्यालय के साथ जोड़ा जा रहा है। इसके लिए प्रत्येक विभाग में पूर्व छात्र मिलन समारोह का आयोजन किया जा रहा है। इसी तर्ज पर संगीत विभाग ने एक नया इतिहास बनाने का काम किया है। इस विभाग में 40 सालों बाद पहली बार पूर्व छात्र मिलन समारोह का आयोजन किया था। इस बारे में चर्चा करते हुए संगीत विभाग की अध्यक्षा डा. सुचिस्मिता ने बातचीत करते हुए बताया कि यूनिवर्सिटी में 1975 में संगीत विभाग की स्थापना की गई थी। इस विभाग में पिछले 40 सालों से एक बार भी पुरातन छात्रों को याद नहीं किया। कुलपति हरदीप कुमार के प्रयासों से ही पहली बार 6 फरवरी को पूर्व छात्र मिलन समारोह करने का सौभाग्य संगीत विभाग को मिला। 
उन्होंने बताया कि यह मिलन समारोह विश्वविद्यालय के इतिहास के पन्नों में लिखा जाएग क्योंकि इस पूर्व छात्र मिलन समारोह में अमरीका, आस्टेलिया, थाईलैंड, बैंकाक, स्पेन आदि देशों से 200 के करीब पुराने छात्रों ने भाग लिया। इस मिलन समारोह से विश्वविद्यालय की युवा पीढ़ी को न केवल रोजगार के अवसर मिलेंगे, बल्कि साथ में ही संगीत के क्षेत्र में नई तकनीक और अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां भी मिलेंगी। इसी विभाग के पुरातन छात्र एसपी सिंह थाइलैंड में संगीत का स्कूल और बैंकाक में पुरातन छात्र सोनु बाजवा म्यूजिक स्टेज क्लब का भी संचालन कर रहे हैं। इन दोनों संगीत के महारथियों से विभाग के छात्रों को संगीत के क्षेत्र में नई दिशा मिलने की आशा जागृत हुई है। 
चेयरमैन ने बताया कि पूर्व छात्र मिलन समारोह में 40 साल के बाद मिले संगीत विशेषज्ञों ने न केवल पुरानी यादों को तरोताजा किया, बल्कि कत्थक ग्रुप डांस और मुझे कुछ गाना है में जमकर मनोरंजन किया। इस समारोह से प्रेरित होकर ही विभाग के पुरातन छात्रों को अपडेट करने और हमेशा साथ जोडऩे के लिए तीन व्टसअैप ग्रुप तैयार कर लिए हैं। प्रत्येक व्टसअैप ग्रुप में 100-100 लोगों को जोड़ा गया है। इतना ही नहीं, ग्रुप में संगीत क्षेत्र के लोगों के जुडऩे का दस्तूर अभी भी जारी है।

Sunday 14 February 2016

शुक्ला सप्तमी पर स्नान करने से होती है मोक्ष की प्राप्ति

शुक्ला सप्तमी पर स्नान करने से होती है मोक्ष की प्राप्ति
कमोदा तीर्थ पर आज लगेगा शुक्ला सप्तमी मेला

कुरुक्षेत्र, 13 फरवरी                      गांव कमोदा के श्री काम्यकेश्र्वर महादेव मंदिर एवं तीर्थ पर माघ माह की 14 फरवरी को रविवारीय शुक्ला सप्तमी मेला आयोजित होगा। तीर्थ में शुक्ला सप्तमी के शुभ अवसर पर स्नान करने से मोक्ष प्राप्त होती है। तीर्थ में स्वच्छ जल भरा जा चुका है। ग्रामीण मेले के आयोजन की तैयारियों में जुटे हुए हैं। मंदिर को लड़ियों से सजाया गया है है जबकि मंदिर पर रंग-रोगन कर भव्य रूप से सजाया गया है। धार्मिक मान्यता के अनुसार रविवारीय शुक्ल सप्तमी के दिन तीर्थ में स्नान करने से मोक्ष व पुत्र रत्‍‌न की प्राप्ति होती है। महर्षि पुलस्त्य जी और महर्षि लोमहर्षण जी ने वामन पुराण में का यकवन तीर्थ की उत्पति का वर्णन करते हुए बताया कि इस तीर्थ की उत्पति महाभारत काल से पूर्व की है। एक वार नैमिषारण्य के निवासी बहुत ज्यादा सं या में कुरुक्षेत्र की भूमि के अंतर्गत सरस्वती नदी में स्नान करने हेतु का यवक वन में आए थे। वे सरस्वती में स्नान न कर सके। उन्होंने यज्ञोपवितिक नामक तीर्थ की कल्पना की और स्नान किया, फिर भी शेष लोग उस में प्रवेश ना पा सके तब से मां सरस्वती ने उनकी इच्छा पूर्ण करने के लिए साक्षात कुंज रूप में प्रकट होकर दर्शन दिए और पश्चिम-वाहनी होकर बहने लगी। इससे स्पष्ट होता है कि का यकेश्र्वर तीर्थ एवं मंदिर की उत्पति महाभारत काल से पूर्व की है।
          वामन पुराणा के अध्याय 2 के 34 वें श्लोक के का यकवन तीर्थ प्रसंग में स्पष्ट लिखा है कि रविवार को सूर्य भगवान पूषा नाम से साक्षात रूप से विद्यमान रहते हैं। इसलिए वनवास के समय पांडवों ने इस धरा को तपस्या हेतु अपनी शरणस्थली बनाया। द्यूत-क्रीड़ा में कौरवों से हारकर अपने कुल पुरोहित महर्षि धौ य के साथ 10 हजार ब्राह्मणों के साथ यहीं रहते थे। उनमें 1500 के लगभग ब्राह्मण श्रोत्रिय-निष्ठ  थे जो प्रतिदिन वैदिक धर्मानुष्ठान एवं यज्ञ करते थे। ग्रामीण सुमिंद्र शास्त्री ने बताया कि मंदिर में 14 फरवरी को रविवारीय शुक्ला सप्तमी मेला लगेगा। उनके अनुसार इसी पावन धरा पर पांडवों को सांत्वना एवं धर्मोपदेश देने हेतु महर्षि वेदव्यास जी, महर्षि लोमहर्षण जी, नीतिवेता विदुर जी, देवर्षि नारद जी, वृहदश्र्व जी, संजय एवं महर्षि मरकडेय जी पधारे थे। इतना ही नहीं द्वारकाधीश ागवान श्रीकृष्ण जी अपनी धर्मपत्‍‌नी सत्यभामा के साथ पांडवों को सांत्वना देने पहुंचे थे। पांडवों को दुर्वासा ऋषि के श्राप से बचाने के लिए और तीसरी बार जयद्रथ द्वारा द्रोपदी हरण के बाद सांत्वना देने के लिए भी भगवान श्रीकृष्ण का यकेश्र्वर तीर्थ पर पधारे थे। पांडवों के वंशज सोमवती अमावस्या, फल्गू तीर्थ के समान शुक्ला सप्तमी का इंतजार करते रहते थे।                                                                                                                                   


फोटो समाचारबच्चों को अच्छी शिक्षा व संस्कार देने का लक्ष्य है सरकार का : पवन----------विधायक डा. पवन सैणी ने किया बच्चों को सम्मानित,बच्चों ने प्रस्तुत किए रंगारंग कार्यक्रम, प्राच्य शिक्षा निलय स्कू ल का वार्षिकोत्सव संपन्न

कुरुक्षेत्र, 13 फरवरी -लाडवा के विधायक डा. पवन सैणी ने कहा कि बच्चों को अच्छी शिक्षा व संस्कार देना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। जब प्रदेश की युवा पीढ़ी संस्कारित होगी तभी प्रदेश विकास की राह पर अग्रसर होगा। इन्ही अहम उद्ेश्यों को लेकर सरकार काम कर रही है। राज्य सरकार के साथ शिक्षण संस्थानों का भी कर्तव्य बन जाता है कि बच्चों को संस्कृति, ज्ञान विज्ञान, शारीरिक, नैतिक व स्वास्थ्य संबधि मुल्यों पर आधारित शिक्षा व संस्कार दें।
विधायक डा. पवन सैणी शनिवार को गांव ब्राह्मणान खेड़ी सलारपुर रोड स्थित प्राच्य शिक्षा निलय सीनियर सैंकेडरी स्कूल के वार्षिकोत्सव में बैतोर मुख्यातिथि के रूप में बोल रहे थे। इससे पहले विधायक डा. पवन सैणी, कार्यक्रम के विश्ष्टि अतिथि डा. हिम्मत सिंह सिन्हा, विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान के निदेशक डा. रामेंद्र सिंह ने दीप शिखा प्रज्ज्वलित कर विधिवत रूप से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। विधायक ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों को शिक्षा देना व संस्कारवान बनाना शिक्षकों व अभिवावकों को लिए एक चुनौती बन गया है। इस चुनौती को स्वीकार करते हुए सभी को बच्चों की शिक्षा पर पूरा ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की युवा पीढ़ी से मन की बात करने के लिए रेडियों जैसे साधनों का प्रयोग कर रहे है। प्रधानमंत्री मन की बात कार्यक्रम से युवा पीढ़ी को जागरूक करने का प्रयास कर रहै है। प्रधानमंत्री को पता है कि अगर देश की युवा पीढ़ी जागृत हो गई तो दुनिया में ऐसी कोई ताकत नहीं जो भारत को फिर से विश्व गुरु बनाने से रोक सके। इसी प्रकार प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए नई शिक्षा नीति तैयार की है।
                            प्रोफेसर हिम्मत सिंह सिन्हा ने कहा कि बच्चों को संस्कारवान बनाना सभी का उद्ेश्य है । इस उद्ेश्य हासिल करने के लिए का सभी बच्चों की शिक्षा पर ध्यान देना होगा। राज्य सरकार का प्रयास रहा है कि स्कूलों में बच्चों को हर प्रकार की सुविधाएं मुहैया करवाई जाए। विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान के निदेशक डा. रामेंद्र सिंह ने कहा कि बच्चों को शिक्षा के साथ अन्य गतिविधियों पर पूरा ध्यान देने की जरूरत है। बच्चों को सर्वांगिक विकास होना बहुत जरूरी है। स्कूल के प्रिंसीपल हीरा लाल ने स्कूल की वार्षिक गतिविधियों पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए कहा कि स्कूल की तरफ से बच्चों को हर प्रकार की सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही है। इस स्कूल के बच्चे हर क्षेत्र में एक नया मुकाम हासिल कर रहे है। इसके अलावा उन्होंने स्कूल की महत्वपूर्ण उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला और सभी मेहमानों का आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम में कुमारी सोनियों को आंमत्रित अतिथि के रूप में बुलाया गया था। इस वार्षिकोत्सव में बच्चों ने नानी तेरी मोरनी को मोर ले गए, हरियाणवीं लोक नृत्य, राजस्थानी लोक नृत्य, भंगड़ा व गिद्दा की शानदार प्रस्तुति देकर सबको तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। इसके बाद मुख्यातिथि विधायक डा. पवन सैणी ने बच्चों को प्रशंसा पत्र व पुरस्कार  देकर सम्मानित किया।

सरस्वती तीर्थ को शीघ्र सरकार करेगी विकसित: मनोहर

फोटो समाचार
सरस्वती तीर्थ को शीघ्र सरकार करेगी विकसित: मनोहर
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सरस्वती मंदिर में किया चरण कमल का उद्घाटन, अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा की तरफ से सरंक्षक पवन चक्रपाणी ने सीएम को सौंपा मांग पत्र

पिहोवा 13 फरवरी - हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि सरस्वती तीर्थ को शीघ्र विकसित करने का कार्य राज्य सरकार की तरफ से किया जाएगा। राज्य सरकार की तरफ से इस तीर्थ को विकसित करने की योजना तैयार की जी रही है। इसके लिए एचएसएससी के चेयरमैन भारती भूषण भारती से कई बार चर्चा भी की जी चुकी है।
                    मुख्यमंत्री मनोहर लाल गत दिवस देर सायं सरस्वती महोत्सव कार्यक्रम के दौरान सरस्वती तीर्थ पर स्थित मंदिर में पंडित उपेंद्र चक्रपाणी व श्री कांत शर्मा की याद में अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के सरंक्षक पवन चक्रपाणी द्वारा स्थापित करवाए गए मां सरस्वती के चरण कमल का उद्घाटन करने के उपरांत बोल रहे थे। इससे पहले मुख्यमंत्री ने विधिवत रूप से मां सरस्वती के चरण कमल की पूजा अर्चना की और कमल में बनाए गए चरण कमल का लोकार्पण किया। इस दौरान सरंक्षक पवन चक्रपाणी ने सी एम को अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा एवं ब्राह्माण एकता मंच हरियाणा की तरफ से मांग पत्र भी सौंपा। इस मांग पत्र में कहा गया कि पिहोवा नगरी में संस्कृत विश्वविद्यालय या गुरुकुल की शाखा खोली जाए, तीर्थो के विकास के लिए बोर्ड गठित करके तीर्थ पुरोहितों में से कम से कम तीन सदस्य बनाए जाए तथा राजा पृथु की प्रतिमा स्थापित की जाए। इन मांगों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कि मांगों पर चर्चा करके नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान एचएसएससी के चेयरमैन भारत भूषण भारती ने इस क्षेत्र की विस्तृत जानकारी मुहैया करवाई और कहा कि पिहोवा क्षेत्र को पर्यटन व तीर्थ स्थल के रूप में विकसित किया जाए।
                              इस मौके पर आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य इंद्रेश कुमार,राज्य मंत्री कृष्ण कुमार बेदी, सांसद राजकुमार सैनी, सीपीएस श्याम सिंह राणा, विधायक सुभाष सुधा, विधायक डा. पवन सैनी, विधायक कुलवंत, ओएसडी अमरेन्द्र सिंह, राजनैतिक सलाहकार जगदीश चोपड़ा,बोर्ड के सीईओ विजेन्द्र, पूर्व मंत्री बलबीर सैनी, पूर्व मंत्री एमएल रंगा, भाजपा जिलाध्यक्ष धर्मवीर मिर्जापुर, युद्धिष्ठर बहल, रोशन लाल गर्ग, सुशंात भारती, रविन्द्र सांगवान, गुरदयाल सन्हेड़ी, हरपाल सिंह, संजीव शास्त्री, रामधारी शर्मा, मदन लाल दुआ, धुम्मन सिंह किरमच, सचिन मित्तल, गुरनाम मलिक, रवि भूषण गर्ग, श्याम लाल जांगड़ा, सुरेन्द्र माजरी, अमरजीत कैथल, राकेश शर्मा, सुनील, दीपक शर्मा, सतीश सिंगला, तरुण वडेैच, कुलदीप छतरी वाला, एसडीएम डा. किरण सिंह, नगराधीश पूजा भारती आदि मौजूद थे।

लोक अदालत में निपटाए 52 मामले
पिहोवा 13 फरवरी । उपमंडल विधिक सेवा प्राधिकरण की तरफ से स्थानीय कोर्ट परिसर में लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस लोक अदालत में कुल 52 मामलों का मौके पर निपटारा किया गया। यह जानकारी देते हुए उपमंडल विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं न्यायाधीश विवेक यादव ने बताया कि लोक अदालत में कुल 364 मामलों को रखा गया इन में से सिविल के 2 मामले, समरी के 13 मामलों को मौके पर निपटा कर 7600 रुपए के आदेश पारित किए गए। इसके अलावा धारा 138 एनआई एक्ट के 15 तथा बैक प्री-लिटिकेशन के 22 मामले शामिल है।

सरस्वती जन्मोंत्सव को वर्ष 2018 में मनाया जाएगा अंतर्राष्ट्रीय उत्सव के रुप में:मनोहर

फोटो समाचार
सरस्वती जन्मोंत्सव को वर्ष 2018 में मनाया जाएगा अंतर्राष्ट्रीय उत्सव के रुप में:मनोहर
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किया माँ अन्नपूर्णा भंडारा भवन का उदघाटन, मुख्यमंत्री ने दिया 5 करोड़ का अनुदान, पिहोवा की सभी मांगों को जांचने के बाद किया जाएगा पूरा, हर्षोल्लास के साथ मनाया गया सरस्वती महोत्सव, 3 दिवसीय सरस्वती महोत्सव सम्पन्न

पिहोवा 12 फरवरी - हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि सरस्वती जन्मोत्सव को वर्ष 2018 में अंतर्राष्ट्रीय उत्सव के रुप में मनाया जाएगा। इस उत्सव की तैयारियां अभी से शुरु कर दी जाएगी। इस पवित्र सरस्वती नदी की निर्मल धारा को फिर से धरातल पर प्रवाहित करने के लिए सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड का गठन किया जा चुका हैं। इस बोर्ड के माध्यम से सरस्वती नदी के तट पर सभी तीर्थ स्थलों, मार्गों, कुरुक्षेत्र 48 कोस के 134 तीर्थ व पर्यटन स्थलों को विकसित किया जाएगा। इतना ही नहीं केन्द्र सरकार ने कुरुक्षेत्र के पर्यटन व तीर्थ स्थलों को श्रीकृष्णा सर्किट के तहत विकसित करने के लिए 120 करोड़ का अनुदान दिया हैं। 
मुख्यमंत्री मनोहर लाल शुक्रवार को देर सायं सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड की तरफ से सरस्वती तीर्थ पार्क स्थल पर 3 दिवसीय सरस्वती महोत्सव समारोह के समापन समारोह में बोल रहे थे। इस कार्यक्रम में एचएसएससी के चैयरमेन भारत भूषण भारती ने पिहोवा के सरस्वती तीर्थ को विकसित करने, सरस्वती साईन बोर्ड का गठन करने, सरस्वती तीर्थ को पर्यटन स्थल के रुप में विकसित करने के लिए श्रीकृष्णा सर्किट में शामिल करने, पिहोवा के 105 गंावों को विकसित करने, पिहोवा के पश्चिम क्षेत्र में गलेडवा की तरफ 8 किलोमीटर लंबा बाईपास बनाने, स्योंसर में 11 हजार एकड़ जंगल को विकसित करने, भाई उदय सिंह की 300 साल पुरानी हवेली को हैरीटेज का दर्जा देने, भेरियां राजकीय कालेज में विज्ञान की शाखा शुरु करने, बिल्डिंग का नवनिर्माण करने, नपा की जमीन पर हर्बल व शहीद पार्क बनाने सहित सडक़ों का निर्माण करने की मांगों को रखा, इन मांगों पर मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया की भौर सैंयदा, सारसा व कालेज के अलावा अन्य तमाम मांगों को विभागीय स्तर पर जांचने के बाद पूरा किया जाएगा और मुख्यमंत्री ने सरस्वती के प्रंबधकों को 5 करोड़ रुपया अनुदान देने की घोषणा भी की हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सरस्वती तीर्थ पर माँ अन्नपूर्णा भंडारा समिति द्वारा निर्मित भवन का उदघाटन किया और माँ सरस्वती मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके साथ ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल,आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य इंद्रेश कुमार, गीता मनीषी स्वामी  ज्ञानानंद महाराज, राज्यमंत्री कृष्ण कुमार बेदी, सांसद राजकुमार सैनी, हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चैयरमेन भारत भूषण भारती, सीपीएस श्याम सिंह राणा, विधायक सुभाष सुधा व विधायक डा. पवन सैनी सहित तमाम मेहमानों ने वन विभाग व सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड की तरफ से आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन किया और सरस्वती पार्क में पौधारोपण किया। 
मुख्यमंत्री ने सरस्वती महोत्सव के ऐतिहासिक पर्व पर प्रदेश वासियों को बधाई देते हुए कहा कि किसी भी देश की सभ्यता संस्कृति को चिरकाल तक तभी जिंदा रखा जा सकता हैं, जब उस देश की संस्कृति व संस्कारों को लंबे समय तक याद रखा जाता हैं। इसलिए इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों में लिखा हैं कि कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीें हमारी, इस कथन के चलते आज पूरी दुनिया हिन्दूस्तान से संस्कृति और संस्कार ग्रहण कर रही हैं। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र 48 कोस में भगवान श्रीकृष्ण के गीता उपदेश, महाभारत और वेदों-पुराणों की रचना की गई। इस क्षेत्र को विकसित करने का संकल्प सरकार ने लिया हैं। इसलिए सरकार ने जहां इस वर्ष प्रत्येक जिले में गीता जयंती महोत्सव मनाया और वर्ष 2016 में गीता जयंती को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाएगा। इसके उपरांत पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि जिला परिषद व सरपंच के झुठे प्रमाण पत्र से सम्बन्धित कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई हैं, अगर कोई शिकायत मिली तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद ने कहा कि सरस्वती भारत की दिव्यता और ज्ञान की जननी हैं। जब किसी देश में ज्ञान लुप्त होता है तो कठिनाईयों और चुनौतियों का सामना करना पड़ता है और नैतिक मुल्यों भी गिरावट आती हैं। इसलिए सरकार ने ज्ञान की देवी सरस्वती नदी को फिर से प्रवाहित करने की जो योजना तैयार की हैं उसकी जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के राष्ट्रहित के मुदों पर राजनीति करना ठीक नहीं होता हैं। ऐसे मामलों में देशप्रेम की भावना से काम करना चाहिए। आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य इंद्रेश कुमार ने कहा कि सरस्वती जन्मोंत्सव व बंसत महोत्सव एक पवित्र दिन हैं इस पवित्र दिन पर हजारों वर्ष पुरानी सरस्वती वाणी, संगीत, ज्ञान व संस्कृति की देवी को याद करना एक सराहनीय कार्य हैं। पिहोवा की इस पवित्र धरा पर सरस्वती हजारों सालों से विराजमान हैं। सरकार ने जीवन मुल्यों व देश की संस्कृति को बचाने के लिए सरस्वती हैरीटेज विकास बोर्ड के माध्यम से सरस्वती जन्मोत्सव मनाकर ऐतिहासिक निर्णय लिया हैं। उन्होंने कहा कि इस पावन पर्व पर सभी लोग संकल्प लेकर जाए कि सरस्वती के ज्ञान को धारण करेंगे।
एचएसएससी के चैयरमेन भारत भूषण भारती ने कहा कि राजय सरकार एक हरियाणा-एक हरियाणवी, सबका साथ-सबका विकास उदेश्य को लेकर हरियाणा का समान रुप से चहुमुखी विकास कर रही हैं। सरकार ने संकल्प लिया है कि सरस्वती की निर्मल धारा को फिर से प्रवाहित करेंगे, आज यह संकल्प साकार होता नजर आ रहा हैं। सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के वाईस चैयरमेन प्रंशात भारद्वाज ने मेहमानों का स्वागत करते हुए सरस्वती नदी के इतिहास और सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड की भावी योजनाओं पर विस्तृत प्रकाश डाला। इस कार्यक्रम को यादगार बनाने में शिक्षा विभाग की छात्राओं और निफा के कलाकारों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस कार्यक्रम के अंत में चैयरमेन भारत भूषण भारती व हैरीटेज बोर्ड के वाईस चैयरमेन प्रंशात भारद्वाज ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को स्मृति चिन्ह भेंट किया। अतिरिक्त उपायुक्त प्रभजोत सिंह ने आंगुतकों का आभार व्यकत किया। प्रशासन की तरफ से सभी मेहमानों को स्मृति चिन्ह भेंट किए। इस मौके पर राज्य मंत्री कृष्ण कुमार बेदी, सांसद राजकुमार सैनी, सीपीएस श्याम सिंह राणा, विधायक सुभाष सुधा, विधायक डा. पवन सैनी, विधायक कुलवंत, ओएसडी अमरेन्द्र सिंह, राजनैतिक सलाहकार जगदीश चोपड़ा, आईएएस अधिकारी अमित झा, बोर्ड के सीईओ विजेन्द्र, पूर्व मंत्री बलबीर सैनी, पूर्व मंत्री एमएल रंगा, भाजपा जिलाध्यक्ष धर्मवीर मिर्जापुर, युद्धिष्ठर बहल, रोशन लाल गर्ग, सुशंात भारती, महंत बंसी पुरी, महंत स्वामी उत्तम गिरी, रविन्द्र सांगवान, गुरदयाल सन्हेड़ी, हरपाल सिंह, संजीव शास्त्री, रामधारी शर्मा, मदन लाल दुआ, धुम्मन सिंह किरमच, सचिन मित्तल, गुरनाम मलिक, रवि भूषण गर्ग, श्याम लाल जांगड़ा, सुरेन्द्र माजरी, अमरजीत कैथल, राकेश शर्मा, सुनील, दीपक शर्मा, सतीश सिंगला, तरुण वडेैच, कुलदीप छतरी वाला, एसडीएम डा. किरण सिंह, नगराधीश पूजा भारती आदि मौजूद थे।

फोटो समाचार जीवन शैली को बदलकर ही मानव आज रह सकता हैं स्वस्थ:देवव्रत

फोटो समाचार
जीवन शैली को बदलकर ही मानव आज रह सकता हैं स्वस्थ:देवव्रत
हिमाचल के राज्यपाल आचार्य डा. देवव्रत ने किया निशुल्क आयुर्वेदिक शिविर का उदघाटन, सैंकड़ों लोगो का किया चैकअप और वितरित की दवाईयां, हरियाणा प्रदेश के हर जिला में वरिष्ठ नागरिको के लिए लगाया शिविर





कुरुक्षेत्र 12 फरवरी - हिमाचल के राज्यपाल आचार्य डा. देवव्रत ने कहा कि आधुनिक व बदलते दौर के साथ मानव के खानपान में परिवर्तन आया हैं। इस परिवर्तन के कारण साथ मनुष्य कृत्रिम जिंदगी जीने पर मजबूर हो रहा हैं, जिसके कारण प्रत्येक व्यक्ति बिमारियों की जकड़ में पहुंच चुका हैं। इसलिए मनुष्य को फिर से प्रकृति की गोद में आना होगा और जीवन जीने की शैली को बदलना होगा। 
राज्यपाल आचार्य डा. देवव्रत शुक्रवार को जाट धर्मशाला में जिला आयुर्वेदिक विभाग की तरफ से वरिष्ठ नागरिकों के लिए लगाए गए निशुल्क विशाल आयुर्वेद चिकित्सा शिविर के उदघाटन समारोह में बोल रहे थे। इससे पहले राज्यपाल ने माँ सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए और विधिवत रुप से शिविर का उदघाटन किया। इस दौरान राज्यपाल ने आयुर्वेद विभाग की तरफ से लगाए गई प्रदर्शनी, योग, पंचकर्म, नाड़ी परीक्षा, प्रयोगशाला, शिरोधारा, रोगियों की काउंसलिंग आदि विषयों पर लगाए गए कक्षों का अवलोकन किया। 
राज्यपाल ने बसंत पंचमी के उपलक्ष्य में हरियाणा प्रदेश के हर जिला स्तर पर मानव को स्वस्थ बनाने के उदेश्य से लगाए गए निशुल्क शिविर पर आयुष विभाग को बधाई देते हुए कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति से मनुष्य को सरल और सहज भाव से स्वस्थ बनाया जा सकता हैं। आयुर्वेद में बिमार को पापी की संज्ञा दी गई हैं और पहले सुख को निरोगी काया कहा गया हैं। परमात्मा ने जन्म के समय सभी को अच्छा स्वास्थ्य दिया,लेकिन मनुष्य ने अपनी जीवन शैली व खानपान को बदलकर बिमारियों को न्योता देने का काम किया हैं। सभी के सामने मनुष्य का स्वास्थ्य चिंता का विषय हैं। आयुर्वेद ही सबसे पुराना, सरल और सुगम साधन हैं, जिससे बिमारियों पर अंकुश लगाकर शरीर को स्वस्थ रखा जा सकता हैं। उन्होंने गुरुकुल कुरुक्षेत्र में 2001 में स्थापित की गई पंचकर्म का उदाहरण देते हुए कहा कि इस पद्धति का फायदा लेने के लिए 8 देशों के लोग गुरुकुल में पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि खेत-खलिहानों में परम्परागत तरीके से खेती, गौपालन करने और अपनी जीवन शैली को बदलने की निहायत जरुरत हैं। भारतीय परम्परा के अनुसार आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को अपनाकर अपनी काया को निरोगी बनाया जा सकता हैं।
जिला आयुर्वेद अधिकारी डा. सुदेश जाटियान ने मेहमानों का स्वागत करते हुए बताया कि आयुष विभाग के महानिदेशक डा. साकेत कुमार के दिशा-निर्देशानुसार बसंत पंचमी के पावन अवसर पर आयुष विभाग की तरफ से वरिष्ठ नागरिकों के लिए निशुल्क शिविर लगाया गया हैं। इस शिविर में सैंकड़ों लोगों का चैकअप और दवाईयां दी गई हैं। इस कार्यक्रम के मंच का संचालन डा. मोहित गुप्ता ने किया। इस मौके पर डा. उषा दत्त, डा. कृष्ण जाटियान डा. राजा सिंगला, डा. त्रिलो सैनी, डा. एसएस शर्मा, डा. चारु, डा. मिनाक्षी, डा. जागीर सिंह, डा. सुरेन्द्र सहरावत, डा. संतोष दहिया, डा. हवा सिंह, राम मेहर शास्त्री, बुटा सिंह लुखी सहित अन्य अधिकारी व गणमान्य लोग मौजूद थे।

फोटो समाचार
युवा पीढी को अच्छी शिक्षा व अच्छे संस्कार देकर पूरा करना है दीनबंधु सर छोटू राम के सपने को:देवव्रत

हिमाचल के राज्यपाल आचार्य डा. देवव्रत ने सर छोटू राम जयंती पर जाट धर्मशाला संस्थान को दिए 2 लाख, समाज सेवी सुखबीर शौकीन ने 5 लाख, जाट धर्मशाला में मनाई दीनबंधु सर छोटू राम जयंती व वार्षिकोत्सव
कुरुक्षेत्र 12 फरवरी - हिमाचल के राज्यपाल आचार्य डा. देवव्रत ने कहा कि युवा पीढी को अच्छी शिक्षा व अच्छे संस्कार देकर दीनबंधु सर छोटू राम जैसे महान लोगों के सपने को साकार करने का काम करना हैं। जब देश की भावी पीढी शिक्षित होगी तभी उन में राष्ट्रीयता की सोच पैदा होगी, इस सोच से ही हमारा राष्ट्र उन्नती के पद पर अग्रसर होगा।
राज्यपाल आचार्य डा. देवव्रत शुक्रवार को जाट धर्मशाला में वार्षिकोत्सव व दीनबंधु सर छोटू राम के जयंति समरोह पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। इससे पहले राज्यपाल का जाट धर्मशाला के प्रशासक एसडीएम शाहबाद डा. हवा सिंह व समाज से जुड़े सैंकड़ो गणमान्य लोगों ने जोरदार स्वागत किया और राज्यपाल ने सर छोटू राम की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। इतना ही नहीं संस्थान के प्रशासक एसडीएम हवा सिंह ने राज्यपाल को पगड़ी पहनाकर स्वागत किया। इस दौरान राज्यपाल ने संस्थान को 2 लाख रुपए तथा इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे समाज सेवी सुखबीर सिंह शौकीन ने संस्थान को 5 लाख रुपए देने की घोषणा की। इस कार्यक्रम को यादगार बनाने के लिए प्रसिद्ध लोक कलाकार हरविन्द्र राणा व प्रवीण कादियान साथियों ने सर छोटू राम के जीवन पर आधारित लोकगीत व रागिनी आदि लोक कलाओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 
राज्यपाल ने प्रदेश वासियों को सर छोटू राम जयंती व बंसत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सर छोटू राम ने बाल्यकाल से संघर्ष का जीवन जीया और ईमानदारी के पथ पर चलकर अपना एक मुकाम हासिल किया। दीनबंधू सर छोटू राम ने किसानों पर हो रहे अत्याचारों को न केवल समाप्त करने का काम किया, बल्कि किसानों के हित में कानून भी बदलवाने का काम किया। सर छोटू राम ने अपना पूरा जीवन निस्वार्थ भाव से जीया और किसानों के लिए एक लम्बी लड़ाई लड़ी। उन्होंने सर छोटू राम के जीवन के अहम पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सर छोटू राम द्वारा दी गई कुर्बानियों का ऋण कभी उतरा नहीं जा सकता। उसी बहादुर कौम के लोगों को देश की रक्षा और विकास के लिए निस्वार्थ भाव से बलिदान और त्याग के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए। उन्हीं कौमों का इतिहास स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाता हैं, जिन कौमों के लोग बलिादन और त्याग करते हैं। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे दिल्ली से आए समाजे सेवी सुखबीर सिंह शौकीन ने भी सभी को दीनबंधू सर छोटू राम की जयंति पर बधाई दी। 
जाट धर्मशाला के प्रशासक एवं एसडीएम शाहबाद हवा सिंह ने मेहमानों का स्वागत करते हुए कहा कि आज समाज को दीनबंधू सर छोटू राम जैसे महान लोगों की जरुरत हैं। समाज के लोगों को सर छोटू राम के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए और समाज के विकास में अपना योगदान देने के लिए भाईचारे की भावना पैदा करनी चाहिए। उन्होंने जाट धर्मशाला व संस्थान की गतिविधियों और लेखे-जोखे विस्तारपूर्ण वर्णन किया और कहा कि यह संस्थान बुलंदियों को छुऐगा। कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी की शिक्षक एवं समाज सेवी डा. संतोष दहिया ने आंगुतकों का आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम के मंच का संचालन यूनिवर्सिटी डीवाईसीए के निदेशक डा. महासिंह पूनिया ने किया। इसके उपरांत एसडीएम हवा सिंह ने राज्यपाल आचार्य डा. देवव्रत को स्मृति चिन्ह भेंट किया। इसके अलावा समाज सेवी सुखबीर शौकीन व डा.संतोष दहिया को भी स्मृति चिन्ह दिया। इस मौके पर संस्थान व समाज के गणमान्य लोग मौजूद थे। 


फोटो समाचार
बसंत पंचमी के पर्व पर समाज उत्थान की शपथ ले युवा:नरेन्द्र
बंसत पंचमी पर मैराथन दौड़ को एआईपीआरओ ने दी हरी झंडी, दौड़ में 250 खिलाडिय़ों ने लिया भाग

कुरुक्षेत्र 12 फरवरी - सहायक सूचना एवं जन सम्पर्क अधिकारी डा. नरेन्द्र सिंह ने कहा कि बंसत पंचमी के पावन पर्व पर युवा पीढ़ी को समाज के विकास में अपना योगदान देने की शपथ लेनी चाहिए। युवा पीढ़ी ही समाज को नई दिशा देने में सक्षम हैं। 
एआईपीआरओ डा. नरेन्द्र सिंह शुक्रवार को जिला ओलम्पिक संघ व जिला ख्ेाल एवं युवा कार्यक्रम विभाग की तरफ से द्रोणाचार्य स्टेडियम में आयोजित मैराथन दौड़ में शामिल होने वाले विद्यार्थियों को सम्बोधित कर रहे थे। इससे पहले एआईपीआरओ ने मैराथन दौड़ को हरी झंडी देकर रवाना किया। इस दौड़ में 250 से ज्यादा विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों व खिलाडिय़ों ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी के साथ-साथ समाज के लोगों को जागरुक करने के उदेश्य से ही मैराथन दौड़ जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता हैं। युवा पीढ़ी को शिक्षा, ख्ेाल और अच्छे संस्कार ग्रहण करने पर अपना पूरा ध्यान देना चाहिए। वरिष्ठ प्रशिक्षक यशबीर सिंह ने बताया कि यह मैराथन दौड़ शहीद उधम सिंह चौंक से होते हुए जिंदल पार्क सैक्टर 3, जिमखाना क्लब से होते हुए द्रोणाचार्य स्टेडियम पर सम्पन्न हुई। इस मौके पर प्रशिक्षक मनोज कुमार, सुदेश कुमार, पंकज कुमार, जितेन्द्र, सुखबीर, साई से बलवंत कौर, टेक सिंह, गुरविन्द्र सिंह, सतपाल सिंह आदि मौजूद थे।

सभ्यता और संस्कृति के साथ जुडऩे के लिए सरस्वती की आराधना जरूरी: सोलंकी

फोटो समाचार
सभ्यता और संस्कृति के साथ जुडऩे  के लिए सरस्वती की आराधना जरूरी: सोलंकी
राज्यपाल प्रोफेसर कप्तान सिंह सोलंकी ने ज्योतिसर की पावनधरा पर की पूजा अर्चना, मंत्रोच्चाण के बीच राज्यपाल ने की सरस्वती की आरती



कुरुक्षेत्र, 11 फरवरी। हरियाणा व पंजाब के राज्यपाल प्रोफेसर कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि  भारत की सबसे पवित्र नदी सरस्वती के साथ  देश की सभ्यता और संस्कृति जुड़ी हुई है। इसलिए सरकार ने देश के साथ आमजन को जोडऩे के लिए पहली बार सरस्वती हैरीटेज यात्रा का आयोजन किया। इस जग-जागरण यात्रा से लोगों को सभ्यता और संस्कृति का मनन करने का अवसर भी मिलेगा।
राज्यपाल प्रोफेसर कप्तान सिंह सोलंकी वीरवार को देर सायं ज्योतिसर के तीर्थ स्थल पर सरस्वती महोत्सव पर आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने के उपरांत पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। इससे पहले राज्यपाल प्रोफेसर कप्तान सिंह सोलंकी, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इन्द्रेश कुमार, सरस्वती हैरीटेज बोर्ड के वाईस चैयरमैन प्रशांत भारद्वाज, थानेसर विधायक सुभाष सुधा, लाडवा विधायक डॉ. पवन सैनी, सरस्वती हैरीटेज बोर्ड के सीईओ विजेन्द्र, पूर्व मंत्री एमएल रंगा, एडीसी प्रभजोत सिंह सहित अन्य मेहमानों ने पूजा पाठ में भाग लिया। पंडित नरेश कुमार ने विधिवत रूप से पूजा अर्चना करवाई और सभी के लिए मंगलकामनाओं की प्रार्थना की। इसके पश्वात राज्यपाल प्रोफेसर कप्तान सिंह सोलंकी ने सरोवर तट पर सरस्वती की आरती कार्यक्रम में भाग लिया।
राज्यपाल ने सरस्वती महोत्सव एवं बसंत पंचमी की प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि सरस्वती हैरीटेज बोर्ड की तरफ से सरस्वती महोत्सव मनाया जा रहा है। इस पवित्र नदी के साथ विशाल महिमा जुड़ी हुई है। यह हरियाणा का सौभाग्य है कि यह नदी हरियाणा की पावनधरा पर बही। उन्होंने कहा कि इस पवित्र नदी के किनारे ही सभ्यता और संस्कृति का विकास हुआ। इस सभ्यता और संस्कृति से ही भारतवर्ष जुड़ा हुआ है। राज्य सरकार ने फिर  लोगों को देश की संस्कृति और सभ्यता के साथ जोडऩे के लिए जग-जागरण अभियान के  तहत पहली बार सरस्वती हैरीटेज यात्रा का आयोजन किया। उन्होंने कहा कि पहली बार कुरुक्षेत्र की पावनधरा पर मां सरस्वती की आरती व पूजा में शामिल हुए। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक सिमरदीप सिंह, एसडीएम थानेसर सतबीर कुंडू, एसडीएम पेहवा डॉ. किरण सिंह, नगराधीश डॉ. पूजा भारती सहित अन्य अधिकारी और गणमान्य लोग मौजूद थे।


फोटो समाचार
प्राचीन सांस्कृतिक विरासत को खोजकर बनेगा भारत विश्व गुरू:सोलंकी
राज्यपाल ने किया सरस्वती आरती की सीडी का विमोचन, सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने किया भावविभोर

कुरुक्षेत्र, 11 फरवरी। हरियाणा के राज्यपाल प्रोफेसर कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा है कि 21वीं सदी भारत की नियति एवं उसका भविष्य है। प्राचीन सांस्कृतिक विरासत को खोजकर भारत को विश्व गुरू बनाना प्रत्येक भारतीय का सपना है। वे गुरूवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के युवा संास्कृतिक कार्यक्रम विभाग व सरस्वती हैरीटेज बोर्ड की ओर से आयोजित सरस्वती महोत्सव के सांस्कृतिक कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। इस मौके पर राज्यपाल ने सरस्वती हैरिटेज बोर्ड की तरफ से तैयार की गई सरस्वती आरती की सीडी का विमोचन किया।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने सरस्वती के विकास के लिए हरियाणा सरस्वती हैरिटेज बोर्ड  का गठन कर एक सराहनीय प्रयास किया है। बोर्ड के तत्वाधान में सरस्वती महोत्सव पहला कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि सरस्वती नदी के किनारे ही भारतीय वैदिक संस्कृति का विकास हुआ था। सरस्वती नदी को खोजना उस प्राचीन वैदिक संस्कृति को खोजना है जो भारत के गौैरवशाली इतिहास का आईना है।
प्रोफेसर कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि हम अपनी सांस्कृतिक विरासत को भूल गए हैं। भारत को आज जिस नैतिकता, ईमानदारी, पुरूषार्थ व आध्यामिकता की जरूरत है, उसे हम खो बैठे हैं। प्राचीन सांस्कृतिक विरासत खोजने का यह प्रयास सराहनीय है। नैतिकता, ईमानदारी, पुरूषार्थ व आध्यामिकता के रास्ते पर चलकर ही हम देश को विश्वगुरू बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि  स्वतंत्रता का मतलब सांस्कृतिक स्वतंत्रता भी है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे इस वैदिक संस्कृति के इतिहास को जानने की कोशिश करें। भगवान कृष्ण ने कुरुक्षेत्र में दुनिया के एक ऐसी जीवन पद्धति दी थी जो व्यक्ति को नर से नारायण का रास्ता दिखाती है। आज कुरुक्षेत्र एक बार फिर करवट ले रहा है और देश भी करवट ले रहा है। दुनिया की निगाह आज भारत व इसकी वैदिक संस्कृति की ओर है। 
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के इन्द्रेश कुमार ने कहा कि सरस्वती ज्ञान, विद्या, वाणी, संगीत की देवी है। सरस्वती मनुष्य की यात्रा को मानव से देवत्त्व की ओर ले जाती है। जीवन को जीना व समझना सरस्वती की उपासना है। हरियाणा सरकार ने सरस्वती को खोजने के लिए हैरिटेज बोर्ड का गठन कर देश की प्राचीन संस्कृति को खोजने की शुरूआत की है। उन्होंने कहा कि हमें इस धरोहर के विकास के लिए मिलकर काम करना है। हैरिटेज बोर्ड के वाईस चैैयरमैन प्रशांत भारद्वाज ने कहा कि इसरो, नासा, के वैज्ञानिकों ने जो मार्ग खोजा था। हरियाणा सरकार ने सरस्वती हैरिटेज बोर्ड के माध्यम से सरस्वती को धरती पर लाने का निर्णय लिया है। भारत की प्राचीन वैदिक सभ्यता इस नदी के किनारे विकसित हुई थी। 1981 में सरस्वती की खोज का काम शुरू हुआ। सरस्वती हैरिटेज बोर्ड इस मुहिम को अब लोगों के माध्यम से आगे बढ़ा रहा है। उन्होने लोगों से अपील की कि वे हैरिटेज बोर्ड के माध्यम से इस प्राचीन विरासत को जानकर देश की गौरवशाली परम्परा को जानें।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति हरदीप कुमार ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि सरस्वती सभ्यता 5000 वर्ष पुरानी है। उन्होने सरस्वती हैरिटेज बोर्ड को बधाई देते हुए राज्य सरकार की इस योजना के अनुसार हरियाणा प्रदेश के साथ अन्य राज्यों में सरस्वती नदी के किनारे पर्यटन स्थलों व तीर्थ स्थलों को नया जीवन दान मिलेगा। राज्य सरकार इन स्थलों को विकसित करेगी जिससे हरियाणा प्रदेश पर्यटन हब के रूप में विकसित होगा।
इस मौके पर युवा संास्कृतिक कार्यक्रम विभाग के कलाकारों ने कार्यक्र्रम प्रस्तुत किए। निफा द्वारा सरस्वती की कहानी पर आधारित डीएवी कालेज यमुनानगर की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत नृत्य नाटिका की दर्शकों ने खूब सराहना की।
इस मौके पर थानेसर के विधायक सुभाष सुधा, लाडवा के विधायक पवन सैनी, कुलसचिव डॉ. प्रवीण कुमार सैनी, एडीसी प्रभजोत सिंह, एसपी सिमरदीप सिंह, एसके रमन, हरिबान बजे, एसराम मोहन, हैरिटेज बोर्ड के सीईओ बिजेन्द्र, भाजपा जिलाध्यक्ष धर्मवीर मिर्जापुर, विद्या भारती संस्कृत शिक्षा संस्थान के निदेशक रामेन्द्र सिंह, प्रो. अनिल वोहरा, प्रो. अनिल वशिष्ठ, प्रो. श्याम कुमार सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।

सरस्वती महोत्सव को धूमधाम से मनाने को लेकर तैयारियां पूरी: किरण

सरस्वती महोत्सव को धूमधाम से मनाने को लेकर तैयारियां पूरी: किरण
केंद्रीय मंत्री ऊमा भारती व मुख्यमंत्री मनोहर लाल आज करेंगे पिहोवा में सरस्वती महोत्सव कार्यक्रम में शिरकत, कार्यक्रम को लेकर सभी तैयारियां पूरी

पिहोवा 11 फरवरी - एसडीएम डा. किरण सिंह ने बताया कि पिहोवा में 12 फरवरी को सायं 3 बजे सरस्वती तीर्थ पार्क स्थल पर सरस्वती महोत्सव के कार्यक्रम धूमधाम के साथ मनाए जाएंगे। इस कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री उमा भारती मुख्य अतिथि होंगी व हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल अध्यक्षता करेंगे। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सदस्य इन्द्रेश कुमार अति विशिष्ठ अतिथि के रुप में शिरकत करेंगे। इस कार्यक्रम के लिए प्रशासनिक अधिकारियों ने तमाम तैयारियां पूरी कर ली हैं। 
उन्होंने बताया कि 12 फरवरी को पिहोवा में सरस्वती महोत्सव को लेकर सुबह 10 बजे एक शोभा यात्रा का आयोजन किया जाएगा और दोपहर 3 बजे सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय मंत्री ऊमा भारती शिरकत करेंगी। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल अध्यक्षता करेंगे और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में स्कूल के विद्यार्थियों और जाने-माने कलाकारों द्वारा हरियाणा की संस्कृति से जुड़े लोक नृत्यों की प्रस्तुति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इन कार्यक्रमों की तैयारियों के लिए सम्बंधित विभागों के अधिकारियों की डयूटियां लगा दी गई हैं। सभी विभाग अपने-अपने स्तर पर तैयारियां पूरी करना सुनिश्चित करेंगे। इस मामले में किसी प्रकार की लापरवाही सहन नहीं की जाएगी। 
बॉक्स
जगह-जगह हुआ सरस्वती हैरीटेज यात्रा का स्वागत
सरस्वती हैरीटेज यात्रा का जगह-जहग स्वागत किया गया। उन्होंने बताया कि यमुनानगर से चलकर लोहार माजरा, भौर सैदां, मुर्तजापुर, चुनिया फार्म, संधौली से होती हुई पिहोवा में पहुंची। पिहोवा में राज्यमंत्री नायब सिंह सैनी, थानेसर विधायक सुभाष सुधा के साथ-साथ पिहोवा भाजपा कार्यकारिणी के तमाम पदाधिकारियों व सदस्यों ने जोरदार स्वागत किया। राज्यमंत्री नायब सिंह सैनी व सभी मेहमानों ने सरस्वती तीर्थ पर स्थित मंदिर में पूजा अर्चना की।
इसके बाद गांव भेरियां से होते यह यात्रा गुमथला गढ़ु, खेड़ी शीशगरां और थाना से होती हुई कैथल की तरफ अग्रसर हो गई।

Thursday 11 February 2016

विरासत और संस्कारों की जननी सरस्वती फिर से प्रवाहित करेगी सरकार : नायब

फोटो समाचार
विरासत और संस्कारों की जननी सरस्वती फिर से प्रवाहित करेगी सरकार : नायब
राज्यमंत्री नायब सिंह सैनी, विधायक सुभाष सुधा व विधायक डा. पवन सैनी ने पिपली में किया सरस्वती हैरीटेज यात्रा का स्वागत, शहर में जगह-जगह पर किया जोरदार स्वागत, विद्याभारती में पुष्प वर्षा कर किया मेहमानों का स्वागत

कुरुक्षेत्र 11 फरवरी - हरियाणा सरकार के खान एवं भूविज्ञान राज्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि देश के संस्कारों और विरासतों को जन्म देने वाली सरस्वती नदी को फिर से धरातल पर प्रवाहित करने के लिए राज्य सरकार ने सरस्वती हैरीटेज विकास बोर्ड का गठन किया है। इस बोर्ड के जरिए न केवल सरस्वती के निर्मल जल को प्रवाहित किया जाएगा, बल्कि इस नदी के तट पर स्थित पर्यटन स्थलों को भी विकसित किया जाएगा। राज्य सरकार की इस योजना से हरियाणा, राजस्थान और गुजरात के लाखों किसानों को भी फायदा मिलेगा। इस नदी के प्रवाहित होने से निश्चित ही भूजल स्तर में भी सुधार होगा। 
राज्यमंत्री नायब सिंह सैनी वीरवार को पिपली में सरस्वती उद्गम स्थल पर प्रशासन द्वारा सरस्वती महोत्सव पर आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में बोल रहे थे। इससे पहले राज्यमंत्री नायब सिंह सैनी, थानेसर विधायक सुभाष सुधा, लाडवा विधायक डा. पवन सैनी, एसडीएम सतबीर कुंडु, नगराधीश डा. पूजा भारती, भाजपा के जिलाध्यक्ष धर्मवीर मिर्जापुर सहित अन्य अधिकारियों और गणमान्य व्यक्तियों ने यमुनानगर आदिबद्री से शुरू होकर पिपली पहुंची सरस्वती हैरीटेज यात्रा का स्वागत किया और इस दौरान राज्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रदर्शनी का उदघाटन किया तथा शिक्षा विभाग की तरफ से आयोजित पेंटिंग प्रतियोगिता में भाग लेेने वाले 27 विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया। 
राज्यमंत्री ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री मनेाहर लाल के प्रयासों से हरियाणा की संस्कृति और विरासत को बचाने के लिए बोर्ड का गठन किया है। इस बोर्ड का गठन होने के बाद सरस्वती की निर्मल धारा फिर से धरातल पर बहेगी। यह नदी हरियाण, राजस्थान से होती हुई गुजरात तक पहुंचेगी। इस नदी के कारण भूजल स्तर में भी सुधार होगा, जिससे तीनों राज्यों के लाखों किसानों को फायदा मिलेगा। राज्यमंत्री ने लाडवा विधायक डा. पवन सैनी द्वारा पिपली सरस्वती उदगम स्थल पर टूस्जि़म काम्पलेक्स बनाने की मांग पर बोलते हुए क हा कि इस प्रस्ताव को मुख्यमंत्री के समक्ष रखेंगे और मुख्यमंत्री के आदेशानुसार इस मांग को निश्चित रूप से पूरा करने का प्रयास करेंगे। 
थानेसर विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने थानेसर का विकास करने के लिए पैसों की झड़ी लगाई है और अब थानेसर में विकास कार्यों की गंगा बह रही है। ब्रहमसरोवर, सन्निहित सरोवर, ज्योतिसर, अमीन, नरकातारी तीर्थ व पर्यटन स्थलों को विकसित करने के लिए श्रीकृष्णा सर्किट के तहत 200 करोड़ रुपए का बजट खर्च किया जाएगा। कुरुक्षेत्र को धार्मिक और पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जा रहा है। कुरुक्षेत्र का नाम पर्यटन के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चमकेगा। 
लाडवा विधायक डा. पवन सैनी ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार व्यक्त किया और कहा कि भारत की संस्कृति को बचाने का ऐतिहासिक फैसला सरकार ने लिया है। सरस्वती हैरीटेज बोर्ड के गठन से हरियाणा का गौरव बढ़ा है। इस बोर्ड के माध्यम से सभ्यता और संस्कारों की जननी सरस्वती नदी को जीवंत करने का प्रयास किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के मंच का संचालन डा. मोहित गुप्ता ने किया। इस मौके पर भाजपा के जिलाध्यक्ष धर्मवीर मिर्जापुर, महामंत्री रविंद्र सांगवान, जिप सदस्य गुरदयाल सनेहड़ी, जिला राजस्व अधिकारी अशोक मलिक, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी कपिल शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी सुमन आर्य, जिला सूचना एवं जन सम्पर्क अधिकारी सुनील कुमार, मंडल अध्यक्ष विनीत बजाज, विनीत क्वात्रा सहित अन्य अधिकारी और गणमान्य लोग उपस्थित थे। 

बॉक्स
कहां-कहां पर हुआ सरस्वती हैरीटेज यात्रा का स्वागत

सरस्वती हैरीटेज यात्रा वीरवार को लाडवा पहुंचने पर विधायक डा. पवन सैनी ने स्वागत किया। इसके पश्चात यह यात्रा मथाना गांव से होती हुई पिपली पहुंची। यहां पहुंचने पर राज्यमंत्री नायब सिंह सैनी, थानेसर विधायक सुभाष सुधा, लाडवा विधायक डा. पवन सैनी ने स्वागत किया। इसके पश्चात विद्याभारती संस्कृति शिक्षा संस्थान, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के थर्ड गेट तथा ज्योतिसर में सरस्वती हैरीटेज यात्रा का जोरदार स्वागत किया गया। इस यात्रा की अगुवाई थानेसर विधायक सुभाष सुधा ने की। इसके अलावा यह यात्रा लोहार माजरा, भौर सैदां, मुर्तजापुर, चुनिया फार्म, संधौली से होती हुई पिहोवा में पहुंची। 
बॉक्स
गीता स्कूल के सैंकड़ों बच्चों ने फूल बरसाकर किया सरस्वती हैरीटेज यात्रा का स्वागत
यमुनानगर, लाडवा, पिपली से होती हुई सरस्वती हैरीटेज यात्रा रेलवे रोड से होती हुई विद्याभारती संस्कृति शिक्षा संस्थान के प्रांगण में पहुंची। इस यात्रा की अगुवाई खान एवं भूविज्ञान राज्यमंत्री नायब सिंह सैनी, थानेसर विधायक सुभाष सुधा, लाडवा विधायक डा. पवन सैनी ने की। यहां पहुंचने पर संस्थान के निदेशक डा. रामेंद्र सिंह, रतनचंद सरदाना, डा. ज्ञानेश्वर खुराना, संस्कार भारती से विजयंत बिंदल, गीता निकेतन स्कूल से संतोष, गीता वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय से क्रांति चावला और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने फूलमालाओं के साथ स्वागत किया। इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण का केंद्र स्कूली विद्यार्थियों की बैंड टुकड़ी द्वारा स्वागत करने और विद्यार्थियों द्वारा की गई पुष्प वर्षा रहा। जैसे ही यह यात्रा गीता आवासीय विद्यामंदिर, गीता सीनियर सैकेंडरी स्कूल में प्रवेश की, उसी समय भारत माता के नारे गूंजते हुए सुनाई दिए। जैसे-जैसे यह यात्रा स्कूल के प्रांगण से आगे बढ़ती रही, वैसे-वैसे पुष्पों की वर्षा भी बढ़ती रही। इस मौके पर भाजपा के जिलाध्यक्ष धर्मवीर मिर्जापुर, जिला महामंत्री रविंद्र सांगवान, जिला परिषद के सदस्य गुरदयाल सनेहड़ी, मंडल अध्यक्ष विनीत बजाज, विनीत क्वात्रा आदि गणमान्य लोग मौजूद थे।


फोटो समाचार
लोक कलाकारों से लेंगे अब राज्य सरकार की योजनाओं की फीडबैक : भारद्वाज
लोकगीतों में ज्ञान और कर्म का समन्वय करें लोक कलाकार, हिसार मंडल की कार्यशाला में लिखे 56 नये गीत, चार दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न

कुरुक्षेत्र 11 फरवरी - हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के ओएसडी राजकुमार भारद्वाज ने कहा कि हरियाणा प्रदेश के सबसे अंतिम व्यक्ति से राज्य सरकार की योजनाओं व गतिविधियों की फीडबैक अब विभाग के लोक कलाकारों के माध्यम से लिया जाएगा। इसके लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल से शीघ्र चर्चा कर अनुमति ली जाएगी। लोक कलाकार ही स्पष्ट और निष्पक्ष फीडबैक देने का सबसे सशक्त माध्यम हैं।
ओएसडी राजकुमार भारद्वाज वीरवार को मल्टी आर्ट कल्चरल सेंटर में हिसार मंडल के भजन पार्टी सदस्यों एवं खंड प्रचार कार्यकर्ताओं की चार दिवसीय कार्यशाला के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। इस कार्यशाला में सबसे पहले ओएसडी राजकुमार भारद्वाज, युवा भाजपा नेता उमेश शर्मा, डीआईपीआरओ सुनील कुमार, सेवानिवृत डीआईपीआरओ देवराज सिरोहीवाल, एआईपीआरओ डा. नरेंद्र सिंह, एआईपीआरओ धर्मेंद्र कुमार सहित पांच जिलों से आए हिसार मंडल के लोक कलाकारों ने दो मिनट का मौन रखकर सूचना, जन सम्पर्क एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग से सेवानिवृत संयुक्त निदेशक स्व. रामकुमार बीबीयान को श्रद्धांजलि दी। 
उन्होंने कहा कि सरकार की बात को आमजन तक पहुंचाने का काम मीडिया के साथ-साथ लोक कलाकार बखूबी कर सकते हैं। सरकार की योजना तब तक सफल नहीं होती, जब तक अंतिम व्यक्ति को इसका फायदा नहीं मिलता और अंतिम व्यक्ति की बात सरकार तक नहीं पहुंचती। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किसानों, गरीबों के हितों को ध्यान में रखते हुए अनेकों योजनाओं को अमलीजामा पहनाने का काम किया है। आज गरीबों व किसानों के साथ-साथ आमजन को सुविधाएं देना सबसे बड़ी चुनौती है। सरकार की नीतियों का समाज के साथ समन्वय किया जाना जरूरी है। इस कार्य को केवल लोक कलाकार ही पूरा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की बात और आम आदमी की दिक्कतों पर आज सबसे ज्यादा चर्चा गांव की चौपाल पर होती है। गांव की चौपाल तक केवल लेाक कलाकार ही पहुंच सकता है। इसलिए विचार किया जा रहा है कि गांव की चौपाल से सीधा सरकार तक फीडबैक पहुंचे और इस कार्य को विभागीय लोक कलाकार ही कर सकते हैं। 
ओएसडी ने कहा कि लोक कलाकारों को अपनी रचनाओं, वाद्य यंत्रों में नयापन लाना चाहिए। इसके लिए पड़ोसी राज्यों की लोक संस्कृति और वाद्य यंत्रों से आत्मसात होना पड़ेगा। प्रदेश की संस्कृति और संस्कारों को सहेजकर रखने के लिए लोक कलाकार अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। हिंदुस्तान ही एक ऐसा देश है, जहां से पूरी दुनिया को ज्ञान मिलता है। देश की सांस्कृतिक विरासत दुनिया में सबसे ज्यादा समृद्ध है। इसलिए इन लोक कलाकारों को भी परम्परा, संस्कृति और संस्कारों को अपने लोकगीतों और संगीत में शामिल करना होगा। सेवानिवृत जिला सूचना एवं जन सम्पर्क अधिकारी देवराज सिरोहीवाल ने कहा कि राज्य सरकार की निष्पक्ष और सच्ची फीडबैक केवल मात्र लोक सम्पर्क विभाग ही दे सकता है। इस विभाग के लोक कलाकारों को आधुनिकतम सुविधाएं भी मुहैया करवाई जानी चाहिए। जिला सूचना एवं लोक सम्पर्क अधिकारी सुनील कुमार ने आगुंतकों का आभार व्यक्त किया। कार्यशाला के संयोजक एवं एआईपीआरओ डा. नरेंद्र सिंह ने कहा कि इस चार दिवसीय कार्यशाला में लेाक कलाकारों ने 56 नये गीत लिखे हैं। इस कार्यशाला के अंत में हिसार के लोक कलाकार मदन लाल व सुंदर सिंह ने बेहतरीन लोक गीतों की प्रस्तुति दी। इस मौके पर एआईपीआरओ धर्मेंद्र कुमार, मैक की संयोजिका रीना गौरी, धर्मपाल, आईसीए राज सिंह आदि मौजूद थे।


फोटो समाचार
नर्सरी की सुलेख प्रतियोगिता में केशव गुप्ता ने मारी बाजी

कुरुक्षेत्र 11 फरवरी - जिला बाल कल्याण परिषद द्वारा संचालित बाल भवन पब्लिक स्कूल के प्रांगण में नर्सरी  से पांचवी कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए सुलेख प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिला बाल कल्याण अधिकारी सुशील पांचाल ने बताया कि अशुद्धियों रहित सुंदर सुलेख विद्यार्थियों की शिक्षा का एक महत्वपूर्ण अंग है। सुंदर सुलेख जहां परीक्षाओं में अच्छे अंक प्राप्त करने में सहयोगी होता है, वहीं कला एवं इंजिनियरिंग की उच्च व्यावसायिक कक्षाओं में भी विद्यार्थियों को आसानी से प्रवेश मिल जाता है। पुरातन समय में हस्तलिखित पुस्तकें, पांडुलिपियां एवं ग्रंथ आज भी मानव को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं। स्कूल के प्रिंसीपल श्याम सुंदर ने बताया कि नर्सरी की सुलेख प्रतियोगिता में केशव गुप्ता प्रथम, देवराहुल द्वितीय, दक्ष सैनी तृतीय, केजी कक्षा में नमन प्रथम, पारूल द्वितीय, रिया तृतीय रहे। इसी प्रकार कक्षा प्रथम में साकेत प्रथम, वैशाली द्वितीय, कीर्ति तृतीय तथा कक्षा द्वितीय में नित्या प्रथम, अनन्या द्वितीय तथा पलक तृतीय, कक्षा तीसरी में मुस्कान प्रथम, स्मृ़द्धि द्वितीय, सुकृति तृतीय रहीं। कक्षा चतुर्थ में मानिका प्रथम, पल्लवी द्वितीय तथा यूनीक तृतीय, कक्षा पांचवी में दीपाक्षी प्रथम, वंश द्वितीय, अशमित तृतीय रहे। प्राचार्य श्याम सुंदर मुंजाल ने बताया कि वर्ष भर में आयोजित अनेकों प्रतियोगिताओं में अग्रणी रहने वाले विद्यार्थियों को शीघ्र ही पुरस्कृत किया जाएगा। इस मौके पर उन्होंने सभी स्टाफ सदस्यों की सराहना की। 

बसंत पंचमी पर मैराथन दौड़ आज द्रोणाचार्य स्टेडियम में

कुरुक्षेत्र 11 फरवरी -जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग की तरफ से बसंत पंचमी पर 12 फरवरी को सुबह 7 बजकर 30 मिनट पर द्रोणाचार्य स्टेडियम में मैराथन दौड़ का आयोजन किया जाएगा। इस मैराथन दौड़ में विभिन्न शिक्षा संस्थानों के विद्यार्थी व खिलाड़ी भाग लेंगे। यह जानकारी देते हुए डीएसओ ऊषा राजपाल ने बताया कि मैराथन दौड़ में शामिल होने वाले विद्यार्थी व खिलाड़ी द्रोणाचार्य स्टेडियम से जिंदल चौक होते हुए जिमखाना क्लब, सर्किट हाऊस, शहीद उधम सिंह चौक से द्रोणाचार्य स्टेडियम पहुंचेंगे। 


स्वास्थ्य विभाग का विशाल नेत्र जांच व आप्रेशन शिविर 15 फरवरी को 

कुरुक्षेत्र 11 फरवरी - सिविल सर्जन एसके नैन ने बताया कि स्थानीय लोक नायक जय प्रकाश नागरिक अस्पताल कुरुक्षेत्र में 15 फरवरी को विशाल नेत्र जांच एवं आप्रेशन शिविर का आयोजन किया जाएगा। इस शिविर में जिले के अनुभवी विशेषज्ञों द्वारा नेत्र रोग से पीडि़त व्यक्तियों की मशीनों से जांच करके उनका निशुल्क ईलाज किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस शिविर में वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. मुकेश कुमार तथा उनकी टीम द्वारा आंखों के आप्रेशन किए जाएंगे तथा दवाईयां भी निशुल्क वितरित की जांएगी।

संस्कृति और सभ्यता की जननी रही सरस्वती नदी : घनश्याम

फोटो समाचार

कुरुक्षेत्र 10 फरवरी - स्वास्थ्य विभाग कुरुक्षेत्र द्वारा जिले में राष्ट्रीय कृमिमुक्त दिवस मनाया गया। इसका उदघाटन वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कुरुक्षेत्र में सिविल सर्जन डा. एसके नैन ने किया। इस मौके पर उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत 6-19 वर्ष के बच्चों को पेट के कीड़े मारने की गोलियां एलबेंडाजोल टेबलेट खिलाई गई। 
इस अभियान की जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डा. एसके नैन ने बताया कि यह अभियान सभी सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त, प्राइवेट स्कूलों तथा आंगनवाड़ी केंद्रों में चलाया जाएगा। जो बच्चे स्कूल नहीं जाते, उनको आंगनवाड़ी केंद्रों पर गोलियां खिलाई गई। इस अभियान के दौरान बुधवार को जिले में एक लाख 48 हजार 675 बच्चों को गोलियां खिलाई गई। उन्होंने बताया कि जो बच्चे किसी कारणवश आज एलबेंडाजोल की गोली नहीं ले पाए, उन्हें 15 फरवरी को मोप अप डे के दिन ये गोली खिलाई जाएगी। 
उन्होंने बताया कि पेट के कीड़ों की वजह से बच्चों में खून की कमी के कारण कई बीमारियां पैदा हो जाती हैं, जिससे बच्चों का मन पढ़ाई में नहीं लगता और उनके शारीरिक व मानसिक विकास पर प्रतिकूल असर पड़ता है। इस कार्यक्रम में उप-सिविल सर्जन एनएचएम डा. एनपी सिंह,  अर्बन हैल्थ कंस्लटेंट डा. नितिन, प्रधानाचार्य डा. बलवंत वत्स तथा अन्य अध्यापक उपस्थित थे।
सिविल सर्जन ने बताया कि स्थानीय लोक नायक जय प्रकाश नागरिक अस्पताल कुरुक्षेत्र में 15 फरवरी को विशाल नेत्र जांच एवं आप्रेशन शिविर का आयोजन किया जाएगा। इस शिविर में जिले के अनुभवी विशेषज्ञों द्वारा नेत्र रोग से पीडि़त व्यक्तियों की मशीनों से जांच करके उनका निशुल्क ईलाज किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस शिविर में वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. मुकेश कुमार तथा उनकी टीम द्वारा आंखों के आप्रेशन किए जाएंगे तथा दवाईयां भी निशुल्क वितरित की जांएगी।


फोटो समाचार
संस्कृति और सभ्यता की जननी रही सरस्वती नदी : घनश्याम
जन स्वास्थ्य मंत्री घनश्याम सर्राफ ने किया सरस्वती समारोह की तीन दिवसीय प्रदर्शनी का उदघाटन, मंत्री ने सरस्वती पार्क में किया पौधारोपण, जन स्वास्थ्य मंत्री ने भंडारा कक्ष के लिए दिए 2 लाख 51 हजार रुपए, प्रदर्शनी में सरस्वती नदी के उत्खनन व भावी योजनाओं के होंगे दर्शन 

पिहोवा 10 फरवरी - प्रदेश के जन स्वास्थ्य एवं यांत्रिकी मंत्री घनश्याम सर्राफ ने कहा कि पवित्र सरस्वती नदी संस्कृति और सभ्यता की जननी रही है। इस पवित्र नदी के तट पर ही वेदों की रचना हुई है। इसलिए सरस्वती नदी की प्राचीनता और ऐतिहासिकता को जहन में रखते हुए राज्य सरकार ने इस पवित्र नदी के फिर से धरती पर प्रवाह करने की योजना को तैयार किया है। 
जन स्वास्थ्य मंत्री घनश्याम सर्राफ बुधवार को देर सायं सरस्वती तीर्थ के पार्क स्थल पर सरस्वती हैरीटेज विकास बोर्ड व वन विभाग के तत्वावधान में सरस्वती महोत्सव कार्यक्रम को लेकर लगाई गई तीन दिवसीय प्रदर्शन का उदघाटन करने के उपरांत अधिकारियों और भाजपा नेताओं से अपने विचार सांझा कर रहे थे। इससे पहले जन स्वास्थ्य मंत्री घनश्याम सर्राफ ने संजीव शास्त्री के मुखारबिंद से मंत्रोच्चारण के बीच रिबन काटकर तीन दिवसीय प्रदर्शनी का विधिवत रूप से उदघाटन किया और सरस्वती पार्क में पौधारोपण करने के उपरांत जन स्वास्थ्य मंत्री ने सरस्वती तीर्थ पर पूजा अर्चना की तथा भंडारा कक्ष के लिए अढाई लाख रुपए की राशि देने की घोषणा की है। इस दौरान एसडीएम डा. किरण सिंह ने मुख्य अतिथि को पुष्प भेंट कर स्वागत किया। जन स्वास्थ्य मंत्री ने इस प्रदर्शनी में वन विभाग की तरफ से राष्ट्र एवं राज्य के प्रतीक वन, राष्ट्रीय उद्यान कलेसर, इको टुरिज्म, प्राकृतिक कैत थापली, हरघर हरियाणा, पशु व पक्षी, अपना मन गोद लेना, ग्लोबल वार्मिंग आदि को लेकर महत्वूपर्ण जानकारियां प्रदर्शनी में लगाई। इसके साथ ही सरस्वती हैरीटेज बोर्ड की तरफ से पवित्र सरस्वती नदी के उत्खनन से लेकर अब तक की योजनाओं, जिनमें आदिबद्री, उत्खनन स्थल, थेपोलर प्राचीन नदी स्थल, राखीगढ़ी, हड़प्पा कालीन बनावली, भिर्राना फतेहाबाद, धोलावीरा आदि स्थलों के इतिहास से जुड़े अहम पहलुओं को प्रदर्शनी में आंकड़ों सहित दर्शाया गया है। 
जन स्वास्थ्य मंत्री घनश्याम सर्राफ ने प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए अधिकारियों और भाजपा नेताओं के साथ अपने विचार सांझा करते हुए कहा कि राज्य सरकार की तरफ से पहली बार बसंत पंचमी के पावन अवसर पर सरस्वती महोत्सव का आयोजन 10 से 12 फरवरी तक किया जा रहा है। इस दौरान आदिबद्री से लेकर कुरुक्षेत्र, कैथल आदि जिलों में कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। राज्य सरकार का प्रयास है कि प्रदेश की जनता सरस्वती नदी के इतिहास को जाने। इस नदी के इतिहास को जानने के बाद निश्चित ही आम जन को संस्कार और संस्कृति की प्राप्ति होगी। इसके बाद एसडीएम डा. किरण सिंह, तहसीलदार अनिल कुमार, नपा सचिव निर्मल प्रकाश ने मुख्य अतिथि जन स्वास्थ्य मंत्री घनश्याम सर्राफ को स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस मौके पर पूर्व मंत्री बलबीर सैनी, भाजपा नेता युधिष्ठिर बहल, रामधारी शर्मा, रोशनलाल गर्ग, सचिन मित्तल, मदनलाल दुआ, नरेंद्र तनेजा, ईश्वर शर्मा, एडवोकेट गुरनाम मलिक, राकेश पुरोहित, कुलदीप छतरीवाला, जगदीश शर्मा, श्याम सुंदर, बलबीर गुज्जर, तहसीलदार अनिल कुमार आदि मौजूद थे।